मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड: 15 घंटे की मैराथन प्रेस कॉन्फ्रेंस, जेलेंस्की को भी छोड़ा पीछे

Maldives President Muizzu: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। मुइज्जू ने लगातार 15 घंटे तक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के 14 घंटे के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। यह मैराथन प्रेस कॉन्फ्रेंस शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई और रात 12:55 बजे तक चली। इस दौरान मुइज्जू ने सिर्फ नमाज के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लिए। 46 साल के राष्ट्रपति मुइज्जू ने कुल 14 घंटे और 54 मिनट तक लगातार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उनके कार्यालय ने इसे "वर्ल्ड रिकॉर्ड" बताते हुए गर्व का क्षण बताया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या हुआ?
मोहम्मद मुइज्जू ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया और प्रेस की निष्पक्षता पर जोर दिया। उनके कार्यालय के बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति ने समाज में मीडिया की अहम भूमिका को रेखांकित किया। हालांकि, इस दौरान भारत को लेकर उनके कुछ बयानों ने विवाद खड़ा कर दिया। मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने मुइज्जू के भारत पर टिप्पणी की आलोचना की और माफी की मांग की।
भारत के साथ रिश्तों पर क्या बोले मुइज्जू?
भारत और मालदीव के बीच 2023 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद से तनाव बढ़ा है। मुइज्जू की "इंडिया आउट" नीति और चीन के साथ बढ़ती नजदीकियों ने दोनों देशों के रिश्तों में खटास ला दी। जनवरी 2024 में मालदीव के मंत्रियों द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर की गई टिप्पणियों ने विवाद को और हवा दी। इसके बाद मुइज्जू ने भारत से अपनी सेना हटाने की मांग की थी। हालांकि, हाल के महीनों में मुइज्जू ने भारत के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिशें भी की हैं, जिसमें उनकी दो भारत यात्राएं शामिल हैं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने जहां मुइज्जू की सहनशक्ति और प्रेस के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दिखाया, वहीं भारत-मालदीव संबंधों पर एक बार फिर चर्चा छेड़ दी। मालदीव की आर्थिक चुनौतियां और भारत पर उसकी निर्भरता को देखते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा कि मुइज्जू की नीतियां दोनों देशों के रिश्तों को किस दिशा में ले जाती हैं।