Online Fraud पर लगेगी लगाम!: Airtel लाया नया 'सुरक्षा कवच', ईमेल-Whatsaap पर भी नहीं आएंगे स्पैम SMS और लिंक

अब व्हाट्सऐस और ईमेल पर भी नहीं आएंगे स्पैम मैसेज और लिंक।
Airtel fraud detection solution: ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे के बीच टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने एक नई पहल की है। कंपनी ने Online Fraud पर लगाम कसने के लिए AI पावर्ड एक नई और बेहद एडवांस टेक्नोलॉजी 'fraud detection solution' को लॉन्च किया है। यह टेक्नोलॉजी न केवल स्पैम कॉल्स और SMS को पहचानकर ब्लॉक करेगा, बल्कि ईमेल, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी खतरनाक लिंक और वेबसाइट्स को रियल-टाइम में ब्लॉक करेगा। यह सेवा सभी एयरटेल मोबाइल और ब्रॉडबैंड ग्राहकों के लिए स्वतः सक्रिय (auto-enabled) होगी और इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम?
यह AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर आधारित एक खास सिस्टम है, जो मल्टी-लेयर इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पर काम करता है। यह ईमेल, ब्राउज़र, एसएमएस और व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे ओटीटी ऐप्स सहित सभी प्लेटफॉर्म्स पर रियल टाइम में काम करता है और खतरनाक वेबसाइट्स और लिंक को ब्लॉक करता है। कंपनी के मुताबिक यह सिस्टम डोमेन नेम सिस्टम (DNS) क्वेरीज की निगरानी करता है और यह सुनिश्चित करता है कि उपयोगकर्ता किसी भी संदिग्ध या ब्लैकलिस्टेड वेबसाइट तक न पहुंचें। फिलहाल यह नई फ्रॉड डिटेक्शन सेवा हरियाणा सर्कल में शुरू की गई है और जल्द ही इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
10 भारतीय भाषाओं में स्पैम कॉल और मैसेज अलर्ट
एयरटेल की AI-आधारित स्पैम डिटेक्शन सेवा अब 10 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिनमें हिंदी, मराठी, बांग्ला, गुजराती, तमिल, कन्नड़, मलयालम, तेलुगू, पंजाबी और उर्दू शामिल हैं। यह सेवा वर्तमान में एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है और स्वतः सक्रिय (auto-enabled) है, जिससे ग्राहकों को इसे सक्रिय करने के लिए कोई अतिरिक्त काम नहीं करना पड़ेगा।