संसद का शीतकालीन सत्र: सांसद अमृतपाल सिंह ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, मांगी पैरोल

Amritpal Singh
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सांसद अमृतपाल सिंह ने संसद के शीतकालीन सत्र के लिए मांगी पैरोल।

अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत वर्तमान में डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उन्होंने एनएसए की धारा 15 के तहत पैरोल मांगी है, जो कि असाधारण परिस्थितियों में किसी बंदी को पैरोल देने का अधिकार देता है।

पंजाब के सांसद अमृतपाल सिंह ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए पैरोल की मांग की है। तर्क दिया है कि उनकी निरंतर हिरासत उन्हें निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में अपने संवैधानिक कर्तव्यों को पूरा करने से रोक रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब के खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह ने अपनी याचिका में कहा कि वे संसद के समक्ष अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं। लोकतंत्र की सच्ची भावना और भारत के संविधान के अनुरूप अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की समस्याएं और मुद्दे उजागर करना चाहते हैं। ऐसे में उन्होंने शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए पैरोल की मांग की है।

बता दें कि अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत वर्तमान में डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। उन्होंने एनएसए की धारा 15 के तहत पैरोल मांगी है, जो कि असाधारण परिस्थितियों में किसी बंदी को पैरोल देने का अधिकार देता है। इस अधिनियम के तहत हिरासत में लिए गए व्यक्ति की अस्थायी रिहाई से संबंधित है। संबंधित सरकार या तो शर्तों के साथ या बिना शर्तों के साथ एक निश्चित अवधि के लिए अस्थायी रिहाई प्रदान कर सकती है या फिर इस रिहाई को रद्द भी कर सकती है।

संसद का शीतकालीन सत्र कब से

संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा। संसद का मानसून सत्र काफी हंगामेदार रहा था। पहलगाम आतंकवादी हमला और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई थी। इसके अलावा एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर भी खासा हंगामा हुआ था। ऐसे में लोकसभा में उपलब्ध 120 घंटों में से केवल 37 घंटे ही चर्चा हुई थी। राज्यसभा की बात करें तो 41 घंटे 15 मिनट ही चर्चा हुई थी। अब देखना होगा कि शीतकालीन सत्र कैसा रहेगा?

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