राइजिंग नॉर्थईस्ट समिट 2025: केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने निवेशकों से किया संवाद; कहा-देश का ग्रोथ इंजन बनेंगे पूर्वोत्तर के 8 राज्य

Rising Northeast Summit 2025: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार ( 30 अप्रैल) को उद्योगपतियों से संवाद किया। पूर्वोत्तर में निवेश प्रोत्साहन से जुड़ी इस बैठक में उन्होंने पूर्वोत्तर के आठ राज्यों को भविष्य का ग्रोथ इंजन बताया। साथ ही पूर्वाेत्तर के डेवलपमेंट के लिए सरकार की योजनाएं गिनाई।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी, आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला और टाटा समूह के एन. चंद्रशेखरन सहित प्रमुख उद्योगपतियों संग अलग-अलग मीटिंग भी की है।
Had a constructive meeting with Shri Mukesh D. Ambani Ji, Chairman and Managing Director of Reliance Industries Limited, along with my team at @MDoNER_India to explore potential investment opportunities across the 8 states of the Northeast region in the run up to the Rising… pic.twitter.com/oBpbNzt6cz
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) April 30, 2025
सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर जोर
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया, सरकार पूर्वोत्तर को देश के नए विकास इंजन के रूप में स्थापित करना चाहती है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सिंधिया ने क्षेत्र में सतत विकास को गति देने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी की भूमिका का उल्लेख किया।
पूर्वाेत्तर के विकास के लिए सरकार का प्लान
ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा किए गए कुछ प्रमुख प्रयासों से उद्योगपतियों को अवगत कराया। कहा, पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ उच्च स्तरीय कार्यबल गठित किया गया है। साथ ही हर स्टेट में निवेश प्रोत्साहन एजेंसी (आईपीए) स्थापित की गई है।
कृषि, वस्त्र और पर्यटन सेक्टर में संभावनाएं
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के सांख्यिकी सलाहकार धर्मवीर झा ने पूर्वोत्तर राज्यों में निवेश के अवसरों की जानकारी दी। बताया कि यहां कृषि आधारित उद्योग, वस्त्र और पर्यटन के क्षेत्र में निवेश की आपार संभावनाए हैं।
दिल्ली में होगी राइजिंग नॉर्थईस्ट समिट
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि पूर्वाेत्तर में निवेश को बढ़ावा देने 23 और 24 मई को दिल्ली के भारत मंडपम में राइजिंग नॉर्थईस्ट समिट 2025 होनी है। नीति निर्माताओं, निवेशकों और हितधारकों को एक मंच देकर इस उद्देश्य को पूर्ण करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।