10th टॉपर्स की दर्दभरी कहानी: मां को खोया, लेकिन हौसला नहीं", पुलिसवाले की बेटी अब बनना चाहती है अफसर

Siddhi Gore
Maharashtra Board SSC Result 2025: सिद्धि गोरे की कहानी एक ऐसी प्रेरणा है जो हर दिल को छू जाती है। जब वो महज़ पहली कक्षा में थीं, तब उनकी मां, सहायक पुलिस निरीक्षक अश्विनी बिद्रे, की हत्या कर दी गई थी। हैरानी की बात यह कि हत्यारा भी एक पुलिसकर्मी ही था।
लेकिन सिद्धि टूटी नहीं। उन्होंने दुख को अपनी ताकत बनाया। अपने पिता, राजू गोरे, के साथ मिलकर उन्होंने 9 साल तक न्याय की लड़ाई लड़ी। और आखिरकार मुख्य आरोपी पुलिस निरीक्षक अभय कुरुंदकर को उम्रकैद की सज़ा दिलाई।
सिविल सेवा में जाने की जताई इच्छा
सिद्धि ने 97.20% अंकों के साथ एसएससी परीक्षा पास कर पूरे महाराष्ट्र को गौरवान्वित किया है। कोल्हापुर के संजय घोडावत इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा सिद्धि अब एमबीबीएस करने की इच्छा रखती हैं। आगे चलकर सिविल सेवा में जाकर समाज में बदलाव लाना चाहती हैं।
मेरे पापा मेरे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत
सिद्धि कहती हैं, "मेरे पापा मेरे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने मुझे कभी हार मानने नहीं दी।" वे अपनी मां की तरह वर्दी पहनना चाहती हैं। फर्क बस इतना है कि अब उनका उद्देश्य है व्यवस्था को सुधारना, और समाज में ईमानदारी और न्याय को स्थापित करना।