हेल्थ कॉन्क्लेव-आयुष्मान भव: आयुष्मान योजना से 9 हजार करोड़ का इलाज, MP में 30 हजार पदों पर भर्ती की तैयारी; राजेन्द्र शुक्ल का बड़ा ऐलान

हरिभूमि-आईएनएच न्यूज चैनल के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने MP के डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला से की 'सार्थक चर्चा'
Haribhoomi-INH Health Conclave: आयुष्मान योजना पूरे देश और प्रदेश के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। इसके चलते आम जनता का प्रदेश में इलाज 'कराने का भरोसा बढ़ा है। इस योजना के जरिए 9 हजार करोड़ से अधिक भुगतान विभिन्न अस्पतालों को किया गया है। अब मरीज सीधे बड़े अस्पतालों में इलाज कराने के लिए जा रहे हैं। 'हरिभूमि-आईएनएच' के अभिनव हेल्थ कॉन्क्लेव 'आयुष्मान भव:-2025' में मध्यप्रदेश के के उपमुख्यमंत्री व लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्थाओं के विस्तार पर विस्तार से बातचीत की।
अक्टूबर तक 30 हजार पदों पर होगी भर्ती
मंत्री शुक्ल ने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए जानकारी दी कि चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग में अक्टूबर माह तक 30 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। रविवार को यहां होटल कल्चुरि में हरिभूमि- आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के सवालों का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने बताया कि मध्य प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य अस्पतालों को जिला अस्पताल के स्तर तक ले जाने की योजना पर अमल शुरू हो चुका है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को किया जा रहा सशक्त
मंत्री शुक्ल ने कहा-महाकौशल क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाएं दिल्ली, मुंबई, नागपुर की स्वास्थ्य सुविधाओं से बेहतर होंगी। कैंसर के इलाज के लिए अत्याधुनिक मशीनें भी शीघ्र ही जबलपुर को मिलेंगी जबलपुर में अब बॉनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट भी शुरू हो चुकी है। जिला चिकित्सालय और मेडिकल में मरीज आने को मजबूर नहीं होंगे। उनके स्वास्थ्य के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सशक्त किया जा रहा है। शुक्त ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी योजना है जिससे गरीब लोगों को अब आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने कहा कि 2018 से लेकर 2024 तक आयुष्मान योजना अंतर्गत 9 हजार करोड़ रुपए का भुगतान हुआ है।
MP को बीमारू राज्य के कलंक से मिली निजात
कार्यक्रम के दौरान शुक्ल ने कहा कि प्रदेश और देश में चिकित्सा के क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है, देश आर्थिक महाशक्ति बन रहा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहे हैं और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है जिससे आम जन को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। इन्ही सब प्रयासों से मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य के कलंक से निजात मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए लगातार बेहतर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में इस समय 30 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं।
कोई गड़बड़ी न हो, इस पर विजिलेंस टीम की निगरानी
शुक्ल ने बताया कि आयुष्मान योजना में कुछ गड़बड़ी न हो इसके लिए विजिलेंस टीम लगातार कार्य कर रही है। आम तौर पर आयुष्मान कार्ड बनाने में बुजुर्ग व्यक्तियों के अंगुलियों के निशान मिट जाने की समस्या आती है। इसके लिए उन्होंने कहा कि अब आंख के रेटीना के आधार पर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रवेश में लगतार तेजी से कार्य हो रहे है और निशुल्क स्क्रोलिंग भी चल रही है। उन्होंने कहा कि सावधानी में ही सुरक्षा है। आप अपने स्वास्थ्य की देखभाल को प्राथमिकता दें। आज कल टेलीमेडिसिन की सुविधा है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। और यह प्रयास किया जा रहा है कि हर मरीज को त्वरित व गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
विशेषज्ञों से भी 'सार्थक चर्चा'
हरिभूमि -आईएनएच न्यूज चैनल के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने विशेषज्ञों से भी 'सार्थक चर्चा' की। कॉन्क्लेव में सांसद आशीष दुबे व विधायक अजय विश्नोई तथा पूर्व विधायक विनय सक्सेना ने स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, सांसद आशीष दुबे, विधायक अजय शेष, अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदु संतोष बरकड़े, डॉ. अभिलाष पांडे, पूर्व विधायक विनय सक्सेना, भाजपा नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर सहित जिले के ख्यातिलब्ध चिकित्सक मौजूद थे।