कौन हैं राजीव सिन्हा ?: PESB ने जिन्हें CMPDI का टेक्निकल डायरेक्टर बनाया, जानें उनका कैरियर सफर

कौन हैं राजीव सिन्हा ?: PESB ने जिन्हें CMPDI के टेक्निकल डायरेक्टर बनाया, जानें उनकी कॅरियर जर्नी
Rajeev Kumar Sinha CMPDI: कोयला मंत्रालय के आधीन संचालित सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (CMPDI) में राजीव कुमार सिन्हा को टेक्निकल डायरेक्टर बनाया गया है। अभी वे भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) के सीएमडी सचिवालय में महाप्रबंधक (टीएस टू सीएमडी) थे। सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (PESB) ने यह निर्णय 2 जुलाई 2025 को आयोजित साक्षात्कार के बाद लिया है। अब उनका नाम सतर्कता मंजूरी के पश्चात कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) को अंतिम अनुमोदन के लिए भेजा गया है।
अंतिम साक्षात्कार में दो नाम प्रमुख दावेदार के रूप में उभरे। इनमें बीसीसीएल के महाप्रबंधक राजीव कुमार सिन्हा और मगध-संघमित्रा क्षेत्र सीसीएल के महाप्रबंधक नृपेंद्र नाथ शामिल हैं। दोनों उम्मीदवारों में सावधानीपूर्वक मूल्यांकन और तुलना के बाद बोर्ड ने राजीव कुमार सिन्हा को शीर्ष विकल्प के रूप में चुना।
चयन प्रक्रिया: 11 अधिकारियों ने लिया हिस्सा
PESB द्वारा आयोजित साक्षात्कार में देश की प्रमुख कोयला कंपनियों और संबंधित उपक्रमों के 11 वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें आई.पी.डी. राठी, जीएम/एचओडी (सुरक्षा) नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, धनराज अखारे, जीएम (समन्वय) बीसीसीएल, अनूप हंजुरा, जीएम पेंच-कन्हान क्षेत्र वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, एनएलसी इंडिया, एनटीपीसी लिमिटेड और जीएचसीएल लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी भी उम्मीदवारों में शामिल थे। चयन प्रक्रिया अत्यंत प्रतिस्पर्धी रही। सिन्हा की रणनीतिक सोच, तकनीकी समन्वय कौशल और प्रबंधन में अनुभव ने उन्हें इस चुनौतीपूर्ण चयन प्रक्रिया में आगे रखा।
कौन हैं राजीव कुमार सिन्हा
राजीव कुमार सिन्हा के पास कोयला खनन क्षेत्र में दशकों का अनुभव है। बीसीसीएल के सीएमडी सचिवालय में उनके कार्यकाल ने उन्हें टॉप लेवल निर्णय लेने, तकनीकी मूल्यांकन और कॉर्पोरेट रणनीति निर्माण जैसे कार्यों में महारत हासिल है। उनकी तकनीकी समझ और नेतृत्व क्षमताएं उन्हें सीएमपीडीआईएल के निदेशक (तकनीकी) की भूमिका के लिए उपयुक्त बनाती हैं।
निदेशक के तौर पर राजीव सिन्हा की जिम्मेदारियां
राजीव सिन्हा निदेशक (तकनीकी) के रूप में कोयला खदानों की योजना, अन्वेषण और डिजाइन कार्यों का नेतृत्व करेंगे। कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनियों के लिए सलाहकार की भूमिका निभाएंगे। साथ ही उनके लिए तकनीकी परामर्श के साथ रणनीति बनाएंगे। सीएमपीडीआईएल देश की सबसे अहम खनन परामर्श संस्थाओं में से एक है। उसका तकनीकी नेतृत्व कोयला उद्योग की दिशा तय करने में निर्णायक होता है।
CMPDI क्या है?
- सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड का मुख्यालय झारखंड के रांची में है। यह कोल इंडिया लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई है। और कोल सेक्टर के लिए थिंक टैंक व तकनीकी स्तंभ के रूप में कार्य करती है।
- CMPDI का प्रमुख कार्य कोयला खनन के लिए प्लानिंग, भूविज्ञान और अन्वेषण, पर्यावरण अध्ययन, कोयला संसाधनों का तकनीकी मूल्यांकन, नई तकनीकों का समावेश सहित अन्य जिम्मदारियां शामिल हैं।