Romil vohra encounter: कई हत्या केस में शामिल रहे गैंगस्टर रोमिल वोहरा का यमुनानगर में घर ढहाएगा नगर निगम

यमुनानगर में गैंगस्टर रोमिल वोहरा के घर पर नगर निगम ने चस्पा किया नोटिस। साथ में रोमिल का फाइल फोटो।
Romil vohra encounter : दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर मंगलवार सुबह मारे गए कुख्यात शूटर रोमिल वोहरा के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई भी तेज हो गई है। लंबे समय से हरियाणा, पंजाब और दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बने इस गैंगस्टर के एनकाउंटर के कुछ घंटे बाद ही यमुनानगर नगर निगम की टीम ने उसके घर के बाहर नया नोटिस चस्पा किया। इस नोटिस में अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की अंतिम चेतावनी दी गई है।
रोमिल के खिलाफ दर्ज थे तिहरे हत्याकांड समेत कई केस
करीब 20 वर्षीय रोमिल वोहरा, काला राणा-नोनी राणा गैंग से जुड़ा था और उस पर यमुनानगर के तिहरे हत्याकांड, कुरुक्षेत्र के शांतनु मर्डर केस और दिल्ली में आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर मुकदमे दर्ज थे। दिल्ली और हरियाणा की संयुक्त पुलिस टीम ने गुरुग्राम में मंगलवार तड़के एक एनकाउंटर में उसे मार गिराया। इसके साथ ही उसकी आपराधिक गतिविधियों पर विराम लग गया, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उससे जुड़े मामलों की कार्रवाई जारी है।
55 गज में बना हुआ है दो मंजिला मकान
यमुनानगर के अशोक विहार स्थित उसके दो मंजिला मकान को लेकर नगर निगम ने पहले ही अवैध निर्माण का मामला दर्ज कर रखा था। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि 54.689 गज में बने इस मकान का निर्माण बिना नक्शा स्वीकृति के किया गया था। जून महीने में तीन बार नोटिस जारी किए गए, लेकिन मकान मालिक या परिवार के किसी भी सदस्य ने नगर निगम के समक्ष पेश होकर जवाब नहीं दिया।
तीन बार नोटिस का नहीं दिया जवाब
पहला नोटिस 3 जून को रोमिल के पिता कपिल वोहरा के नाम पर जारी किया गया था, जिसे घर पर किसी के न मिलने पर दीवार पर चस्पा किया गया। इसके बाद 10 जून तक सुनवाई के लिए बुलाया गया था, लेकिन कोई हाजिर नहीं हुआ। फिर 16 जून को पर्सनल हियरिंग का एक और नोटिस चिपकाया गया, लेकिन इसका भी कोई जवाब नहीं दिया गया। नगर निगम ने बताया कि जब 23 जून तक भी कोई पक्ष सामने नहीं आया, तो अगली ही सुबह यानी 24 जून, जब रोमिल वोहरा का एनकाउंटर हुआ उसी दिन निगम की टीम फिर पहुंची और अंतिम नोटिस चस्पा कर दिया। इस बार साफ शब्दों में लिखा गया कि अब 15 दिन के भीतर मकान को गिराया जाएगा और अगर मकान मालिक इस कार्रवाई में सहयोग नहीं करता, तो तोड़फोड़ की जिम्मेदारी उसकी होगी।
नगर निगम की अब गिराने की चेतावनी
नगर निगम के उप नगर योजनाकार मनोज कुमार ने कहा कि कई बार सुनवाई के अवसर दिए गए, लेकिन लगातार अनदेखी की गई। अब कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। यह मकान अवैध रूप से बिना अनुमति बनाया गया है और उसे हटाने के अलावा अब कोई विकल्प नहीं है। प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई को कानून व्यवस्था के सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। एनकाउंटर और उसके तुरंत बाद मकान पर हुई कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि अब न सिर्फ अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है, बल्कि उनके अवैध आर्थिक संसाधनों और संपत्तियों को भी निशाने पर लिया जा रहा है।