यमुनानगर की प्लाईवुड फैक्ट्री में हादसा: नोजल ठीक कर रहे चालक के ऊपर गिरा यूरिया से बना अवैध केमिकल, चार बच्चों के पिता की मौत

यमुनानगर में प्लाईवुड फैक्ट्री हादसे में मोहम्मद फारूख की जान चली गई।
यमुनानगर की प्लाईवुड फैक्ट्री में हादसा : हरियाणा के यमुनानगर शहर के फर्कपुर थाना क्षेत्र में एक प्लाईवुड फैक्ट्री में दर्दनाक हादसा हो गया। यहां 36 वर्षीय मोहम्मद फारूख की उस वक्त मौत हो गई जब वह एक केमिकल टैंक के पास नोजल की खराबी ठीक करने गया था। इस दौरान अचानक पाइप फट गया और उस पर रासायनिक पदार्थ का तेज प्रेशर से गिराव हुआ, जिससे मौके पर ही उसकी जान चली गई। मृतक मोहम्मद फारूख हमीदा क्षेत्र का निवासी था और चार छोटे बच्चों का पिता था। वह पिछले तीन वर्षों से यूरिया खाद को विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने का काम करता था। हादसे के समय भी वह अपनी पिकअप में यूरिया के लगभग 40 कट्टे लेकर फैक्ट्री में पहुंचा था।
बिना सुरक्षा के चालक को नोजल ठीक करने को कहा
परिजन इस बात से भी आक्रोशित हैं कि फैक्ट्री में सुरक्षा से जुड़े किसी भी प्रकार के इंतजाम नहीं थे और बिना किसी सुरक्षा गियर या ट्रेनिंग के फारूख से केमिकल टैंक की नोजल ठीक करने को कहा गया। मृतक के भतीजे मोहम्मद रफी ने बताया कि सुबह करीब 7:30 बजे फारूख बाडी माजरा से यूरिया लोड कर जोडिया गुरुद्वारा के पास स्थित इस फैक्ट्री में पहुंचा था। वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे नोजल ठीक करने को कहा। जब वह पास गया, तभी केमिकल के प्रेशर पाइप ने रिसाव किया और वह सीधे फारूख पर गिरा। रफी को यह जानकारी फैक्ट्री में काम करने वाले एक अन्य कर्मचारी रोहित ने दी।
फैक्ट्री पहुंचने से पहले ही चली गई थी जान
रफी ने बताया कि सूचना मिलते ही वे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ फैक्ट्री पहुंचे, लेकिन तब तक फारूख को अस्पताल ले जाया जा चुका था। जब वे यमुनानगर सिविल अस्पताल पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि फारूख की मौत हो चुकी है। परिवार का कहना है कि फैक्ट्री संचालक की लापरवाही के चलते एक मेहनती व्यक्ति की जान गई और अब उसके बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है।
पुलिस ने शुरू की जांच
फर्कपुर थाना के जांच अधिकारी इरशाद अली ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। फारूख के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया गया है। परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि यदि फैक्ट्री में अवैध केमिकल निर्माण या सुरक्षा नियमों का उल्लंघन पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यूरिया से अवैध तरीके से बनाया जाता है गोंद
परिजनों का आरोप है कि जिस फैक्ट्री में यह हादसा हुआ, वहां खेती में इस्तेमाल होने वाले यूरिया से अवैध रूप से फिनोल नामक केमिकल तैयार किया जा रहा था। यह केमिकल प्लाईवुड उद्योग में गोंद के तौर पर प्रयोग होता है।