कार शोरूम में हंगामा: बेटी की शादी में देने को बुक की थी गाड़ी, नई की जगह डैमेज कार देने पर छिड़ा विवाद

यमुनानगर में कार शोरूम में खुली हुई गाड़ी, जिसे ग्राहक को नई कहकर दिया जा रहा था।
कार शोरूम में हंगामा : यमुनानगर के जगाधरी रोड पर स्थित एक कार एजेंसी में बुधवार को भारी हंगामा देखने को मिला, जब सावनपुरी के एक परिवार ने शोरूम प्रबंधन पर उन्हें पुरानी गाड़ी को रिपेयर कर नए कहकर डिलीवर करने का आरोप लगाया। यह गाड़ी शादी के लिए बेटी को गिफ्ट करने के उद्देश्य से खरीदी गई थी। मामले ने तब तूल पकड़ा जब ग्राहक ने वर्कशॉप में रिपेयर हो रही चेसिस का नंबर नोट कर लिया और प्रबंधन ने उन्हें यही गाड़ी देनी चाही। मामला पुलिस तक पहुंच गया है और जांच चल रही है।
9.62 लाख रुपये देकर बुक करवाई थी नई कार
सावनपुरी निवासी सुशील कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए एक नई कार 9.62 लाख रुपये देकर बुक करवाई थी। बुकिंग के समय ही पूरी राशि आरटीजीएस के माध्यम से एजेंसी को ट्रांसफर कर दी गई थी। वादा किया गया था कि कार 13 या 14 जून को डिलीवर कर दी जाएगी। लेकिन समय बीतने के बाद भी जब उन्हें गाड़ी नहीं मिली, तो उन्होंने बार-बार एजेंसी से संपर्क किया। अंततः उन्हें 18 जून की तारीख दी गई। सुबह जब सुशील परिवार के साथ शोरूम पहुंचे तो उन्हें बार-बार इंतजार करवाया गया। जब शोरूम प्रबंधन ने गाड़ी आने में थोड़ी देरी की बात दोहराई तो संदेह होने पर वे वर्कशॉप की ओर चले गए। वहां उन्हें एक डिजायर कार खड़ी मिली जिसका गियर बॉक्स तक बाहर निकला हुआ था। उन्होंने इसका चेसिस नंबर नोट कर लिया।
गाड़ी के चेसिस नंबर से खुली पोल
करीब एक घंटे बाद जब शोरूम की तरफ से गाड़ी तैयार होने की सूचना दी गई तो जब सुशील कुमार ने देखा कि वही गाड़ी उन्हें डिलीवर की जा रही है, जिसे कुछ समय पहले वर्कशॉप में मरम्मत की हालत में देखा गया था तो उन्होंने आपत्ति जताई। चेसिस नंबर मिलान करने के बाद मामला और भी गंभीर हो गया। सुशील का आरोप है कि एजेंसी की ओर से उन्हें धोखे में रखकर पुरानी और एक्सीडेंटल कार को रिपेयर करके डिलीवर करने की कोशिश की गई।
पुलिस भी मौके पर पहुंची, मैनेजर नदारद रहा
स्थिति बिगड़ती देख शोरूम में मौजूद अन्य ग्राहक भी सन्न रह गए। मौके पर सूचना मिलते ही डायल-112 पुलिस भी पहुंची और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान शोरूम मैनेजर मौके से निकल गया। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मामले को थाने ले जाकर हल करने की बात कही है।
ग्राहक की जिद : चाहिए तो बस नई गाड़ी
सुशील और उनके परिजन किसी भी तरह की रिपेयर की गई गाड़ी लेने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा है कि या तो उन्हें आज ही नई गाड़ी दी जाए या वे कानूनी रास्ता अपनाएंगे। परिवार का कहना है कि यह सिर्फ धोखाधड़ी नहीं, बल्कि एक भावनात्मक क्षति भी है क्योंकि गाड़ी एक बेटी को शादी में गिफ्ट के तौर पर दी जानी थी।
एजेंसी ने पूरे मामले पर साधी चुप्पी
घटना को लेकर एजेंसी प्रबंधन पूरी तरह मौन है। न तो उन्होंने किसी प्रकार का आधिकारिक बयान दिया है और न ही मीडिया से बातचीत की। वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों को बुलाकर बातचीत के माध्यम से हल निकाला जाएगा।