Punjab-Haryana water dispute: हरियाणा ने 21 मई से मांगा नए साल के कोटे का 10300 क्यूसिक पानी, पंजाब का फिर इनकार

Punjab-Haryana water dispute : भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) की तकनीकी समिति की अहम बैठक गुरुवार को चंडीगढ़ में आयोजित हुई, जिसमें पंजाब और हरियाणा सहित संबंधित राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में एक बार फिर पंजाब और हरियाणा के बीच जल वितरण को लेकर मतभेद उभरकर सामने आए। अब यह लगभग तय हो गया है कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद पंजाब हरियाणा को 8500 क्यूसिक पानी नहीं देगा। वहीं, पंजाब ने संकेत दे दिए हैं कि 21 मई से नए साल के कोटे के तहत भी हरियाणा की ओर से जितना पानी मांगा जा रहा है, वह उसे नहीं मिलेगा।
पंजाब के सिंचाई मंत्री ने कहा-4000 क्यूसिक पानी भी हरियाणा से वापस मांग लेंगे
बैठक में एक बार फिर हरियाणा ने 8500 क्यूसिक पानी देने की मांग रखी, लेकिन पंजाब ने कहा कि हरियाणा को जो 4000 क्यूसिक पानी भी दिया जा रहा है वह मानवता के आधार पर है। पंजाब के सिंचाई मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने प्रेसवार्ता में यहां तक कह दिया कि 4000 क्यूसिक पानी हरियाणा को उधार दिया जा रहा है। जब पंजाब को जरूरत होगी तक उससे वापस मांग लिया जाएगा।
पंजाब ने नए साल के कोटे का पानी देने में भी जताई आपत्ति
बैठक में हरियाणा ने 21 मई से नए साल का कोटा शुरू होने पर BBMB से 10300 क्यूसिक पानी देने की मांग की। इस पर पंजाब ने आपत्ति जताते हुए कहा कि हरियाणा ने पहले पत्रों से 9525 क्यूसिक पानी की मांग रखी थी और अब इसे बढ़ाकर मांगा जा रहा है। सिंचाई मंत्री गोयल ने प्रेसवार्ता में इसका भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि भाखड़ा मेन लाइन जहां से पानी जाना है, उसकी क्षमता 11700 क्यूसेक पानी है। इसमें से 3000 क्यूसेक पानी पंजाब को चाहिए। 10300 क्यूसिक पानी हरियाणा को देना संभव नहीं है। लाइन की रिपेयर का काम भी चल रहा है।
अधिकारियों ने कहा-तय नियमों के हिसाब से पानी देंगे
BBMB के चेयरमैन ने सभी पक्षों से संयम और सहयोग की अपील करते हुए स्पष्ट किया कि बोर्ड केवल तय नियमों और कोटे के आधार पर ही जल वितरण कर सकता है। बता दें कि पानी विवाद की सुनवाई हाईकोर्ट में 20 मई को होनी है और पानी का नया सर्कल 21 मई से शुरू होगा। ऐसे में अब नए सर्कल के हिसाब से हरियाणा को पानी मिलेगा।
29 अप्रैल से पंजाब के सीएम ने रुकवा दिया था पानी
हरियाणा और पंजाब के बीच भाखड़ा डैम से पानी वितरण का विवाद 29 अप्रैल से शुरू हुआ था। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने वीडियो जारी कर हरियाणा का पानी रोक दिया था। 8500 क्यूसिक पानी की जगह हरियाणा को केवल 4000 क्यूसिक पानी ही छोड़ा गया। पंजाब ने तर्क दिया कि हरियाणा अपने पूरे साल का कोटा पहले ही पूरा कर चुका है। तब यह मामला हाईकोर्ट में पहुंचा, लेकिन हरियाणा के पक्ष में आदेश आने के बावजूद पंजाब ने पानी नहीं छोड़ा।