सोनीपत में अवैध शराब का जखीरा जब्त: चंडीगढ़ के लेबल वाली 2844 बोतलें बरामद, ड्राइवर फरार

हरियाणा के सोनीपत जिले में अवैध शराब के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने गांव किलोहड़द में लाखों रुपये की अवैध शराब से भरी दो गाड़ियां जब्त की हैं। इन गाड़ियों से चंडीगढ़ के लेबल वाली कुल 2844 बोतलें बरामद की गई हैं। हालांकि, मौके से ड्राइवर फरार होने में कामयाब रहे, जिनकी तलाश जारी है। यह कार्रवाई शराब माफिया के खिलाफ पुलिस की सतर्कता को दर्शाती है, लेकिन सवाल यह है कि इतनी बड़ी खेप हरियाणा कैसे पहुंच रही थी।
गुप्त सूचना पर पुलिस का छापा
जानकारी के अनुसार थाना सदर सोनीपत के PSI आशु राव अपनी टीम के साथ गश्त पर थे। तभी उन्हें मुखबिर से एक अहम सूचना मिली। मुखबिर ने बताया कि गांव किलोहड़द स्थित हनुमान मंदिर के पास कुछ लोग एक बोलेरो मैक्स पिकअप वाहन से एक आइसर गाड़ी में शराब लोड कर रहे हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बताए गए स्थान पर छापा मारा।
लॉक मिलीं दोनों गाड़ियां
जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो उन्होंने वहां दो गाड़ियां खड़ी पाईं। इनमें एक आइसर (HR-62A-0706) और दूसरी बोलेरो मैक्स पिकअप (HR-63F-2780) थी। चौंकाने वाली बात यह थी कि दोनों गाड़ियां लॉक थीं और वहां कोई भी ड्राइवर या आरोपी मौजूद नहीं था। यह स्पष्ट था कि पुलिस की भनक लगते ही आरोपी मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने तत्काल आबकारी निरीक्षक (Excise Inspector) को सूचना दी और स्थानीय निवासी मंजीत राठी को इस कार्रवाई में गवाह के तौर पर शामिल किया गया।
लाखों रुपये की अवैध शराब बरामद
गाड़ियों की विधिवत तलाशी ली गई तो उनके अंदर विभिन्न ब्रांड की शराब की पेटियां भरी हुई मिलीं। बरामदगी का विवरण इस प्रकार है -:
• किंग्स गोल्ड (KING’S GOLD): 125 पेटी (कुल 1500 बोतलें)
• इंपीरियल स्टाइल (IMPERIAL STYLE): 77 पेटी (कुल 924 बोतलें)
• किंगफिशर स्ट्रांग बियर (KINGFISHER STRONG beer): 8 पेटी (कुल 192 कैन)
• देसी मस्त संतरा: 19 पेटी (कुल 228 बोतलें)
कुल मिलाकर, 2844 बोतलें/कैन शराब बरामद की गई हैं। खास बात यह है कि सभी शराब की बोतलों पर 'फॉर सेल इन यूटी चंडीगढ़' (For Sale in UT Chandigarh) लिखा हुआ था, जिससे यह साफ होता है कि यह शराब चंडीगढ़ में बेचने के लिए थी, लेकिन इसे अवैध रूप से हरियाणा लाया जा रहा था।
सैंपल लेकर की गई सीलिंग, बरसात से प्रक्रिया में हुई देरी
जब्ती की प्रक्रिया के दौरान, पुलिस ने सभी शराब की पेटियों से एक-एक सैंपल लिया और उन्हें विधिवत सील किया। शेष बची हुई शराब को फिर से पेटियों और कट्टों में भरकर मोहरबंद किया गया। पुलिस के अनुसार, उस समय बरसात हो रही थी, जिसके कारण कई पेटियां गल गई थीं। इस वजह से शराब की गिनती और जब्ती की पूरी प्रक्रिया में थोड़ी देरी हुई।
15 लाख से अधिक का माल जब्त, आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस के आकलन के अनुसार, बरामद शराब और दोनों जब्त की गई गाड़ियों की कुल कीमत 15,77,000 रुपये (पंद्रह लाख सतहत्तर हजार रुपये) आंकी गई है। यह एक बड़ी बरामदगी है जो अवैध शराब के कारोबार पर चोट करती है। आरोपी मौके से फरार हो चुके हैं, लेकिन पुलिस उनकी पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। पुलिस ने इस मामले में थाना सदर सोनीपत में एक्साइज एक्ट की धाराओं 61-4-20 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
एक्साइज ड्यूटी चोरी का शक
पुलिस का मानना है कि चंडीगढ़ में बेची जाने वाली यह शराब अवैध रूप से हरियाणा के सोनीपत और उसके आसपास के क्षेत्रों में खपाई जानी थी। ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य एक्साइज ड्यूटी (आबकारी शुल्क) की चोरी करना होता है, क्योंकि हरियाणा की तुलना में चंडीगढ़ में शराब सस्ती होती है। यह अंतर अवैध तस्करी को बढ़ावा देता है, जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होता है।
जांच अधिकारी नियुक्त
इस मामले की शुरुआती जांच PSI आशु राव द्वारा की गई, लेकिन आगे की गहन तफ्तीश और आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए हेड कॉन्स्टेबल अनिल को अनुसंधानकर्ता नियुक्त किया गया है। मुकदमे से संबंधित स्पेशल रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को ईमेल के माध्यम से भेज दी गई है। पुलिस ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही फरार आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। यह कार्रवाई अवैध शराब के खिलाफ पुलिस की निरंतर मुस्तैदी को दर्शाती है।