सोनीपत: महिला SI थाने में ही रिश्वत लेते गिरफ्तार, रेप केस रद्द करने के बदले मांगे थे 1 लाख रुपये

सोनीपत में महिला SI को गिरफ्तार कर ले जाती एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम।
हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत एक बड़ी कार्रवाई हुई है। सोनीपत में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने शनिवार को सिविल लाइन थाने में एक महिला सब-इंस्पेक्टर (SI) को 60,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि SI मंजू ने एक रेप के मामले की FIR रद्द करने के बदले में एक युवक से कुल 1 लाख की मांग की थी। वह पहले ही 40,000 ले चुकी थी, और बाकी बची रकम लेते हुए पकड़ी गई।
थाने के भीतर बिछाया गया जाल
यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित युवक ने SI मंजू द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को दी। शिकायत मिलने के बाद, ACB टीम ने एक सुनियोजित जाल बिछाया। SI मंजू ने शिकायतकर्ता को रिश्वत की बाकी रकम, यानी 60,000 रुपये लेकर सिविल लाइन थाने में ही बुलाया। जैसे ही युवक ने पैसे SI मंजू को दिए, ACB की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मंजू को पकड़ लिया। उसके कब्जे से रिश्वत के 60,000 रुपये बरामद कर लिए गए हैं। ACB टीम फिलहाल मंजू से गहन पूछताछ कर रही है और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उसे कल अदालत में पेश किया जाएगा।
FIR रोहतक से ट्रांसफर होकर पहुंची थी
एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर सचिव ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यह मामला जुआ गांव के रहने वाले नरेश से जुड़ा है, जिसने रोहतक में धारा 376 (रेप) के तहत माहरा गांव के अंकित पर एक जीरो FIR दर्ज कराई थी। यह FIR रोहतक से ट्रांसफर होकर सोनीपत के सिविल लाइन थाने पहुंची थी, जिसकी जांच की जिम्मेदारी सब-इंस्पेक्टर मंजू को सौंपी गई थी।
जांच के दौरान SI मंजू को पता चला कि यह पूरा मामला झूठा था और इसे जमीनी रंजिश के चलते अंकित पर दर्ज कराया गया था। नियमानुसार, इस रेप केस को रद्द किया जाना था। लेकिन, SI मंजू ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए और थाना प्रभारी को जानकारी दिए बिना, अंकित से संपर्क साधा। उसने अंकित को आश्वासन दिया कि वह इस मुकदमे से उसका नाम हटवा देगी और FIR रद्द करवा देगी, लेकिन इसके बदले उसे 1 लाख रुपये देने होंगे।
दबाव में दिए 40,000 रुपये, फिर ACB से की शिकायत
इंस्पेक्टर सचिव ने बताया कि SI मंजू के लगातार दबाव में आकर, युवक अंकित ने पहले 40,000 रुपये की रिश्वत उसे दे दी थी। इसके बाद भी मंजू 60,000 रुपये और मांगने लगी, जिससे अंकित बेहद परेशान हो गया। न्याय की तलाश में, युवक ने आखिरकार रोहतक ACB से संपर्क साधा और पूरी आपबीती बताई। ACB की टीम ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, शनिवार को सिविल लाइन थाने में ही SI मंजू को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।