दंगे रोकने का अभियान: सिरसा पुलिस और RAF का संयुक्त पैदल मार्च, अफवाहों पर लगेगी लगाम

पैदल मार्च निकालते सिरसा पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान।
हरियाणा के सिरसा जिले में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने एक बड़ा संयुक्त अभियान शुरू किया है। यह विशेष पहल 11 जून से 16 जून 2025 तक चलेगी, जिसका मुख्य उद्देश्य जिले के संवेदनशील इलाकों, खासकर प्रमुख धार्मिक स्थलों की भौगोलिक जानकारी और वहां की स्थानीय परिस्थितियों को गहराई से समझना है। इसका लक्ष्य किसी भी आपात स्थिति, खासकर अफवाहों से फैलने वाले तनाव से प्रभावी ढंग से निपटना है।
अफवाहों पर लगाम, शांति की अपील
डीएसपी संजीव बलहारा ने इस अभियान के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि धार्मिक, सांप्रदायिक या जातिगत मुद्दों पर फैलने वाली अफवाहें अक्सर बड़े दंगों का रूप ले लेती हैं। ऐसी स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बलों के पास क्षेत्र की विस्तृत भौगोलिक जानकारी होना बेहद जरूरी है। आज (13 जून) के अभ्यास में ऐलनाबाद के डीएसपी संजीव बलहारा के नेतृत्व में रानियां और ऐलनाबाद के थाना प्रभारियों सहित पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। इस संयुक्त टीम ने क्षेत्र के गांवों और कस्बों में व्यवस्थित तरीके से पैदल मार्च किया, लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया और उन्हें शांति व सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
आपात स्थिति से निपटने का अभ्यास
यह अभ्यास सिर्फ पैदल मार्च तक सीमित नहीं था, बल्कि यह आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए एक विस्तृत तैयारी का हिस्सा था। रैपिड एक्शन फोर्स जो दंगा नियंत्रण और भीड़ प्रबंधन में अपनी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है, ऐसे मौकों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए तैयार रहती है। बवाना नई दिल्ली से आई आरएएफ की टीम ने इस अभ्यास में स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर हिस्सा लिया। सभी जवान आधुनिक हथियारों से लैस थे, जो उनकी तैयारी और क्षमता को दर्शाता है। 194 बटालियन के कमांडेंट किशोर और सहायक कमांडेंट विजय सिंह के साथ-साथ जिला पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी इस अभियान में सक्रिय रूप से मौजूद रहे।
उपद्रवियों और संवेदनशील क्षेत्रों की सूची तैयार
अभ्यास के समापन के बाद, ऐलनाबाद डीएसपी संजीव बलहारा ने जवानों के साहसिक कार्य की सराहना की और उन्हें प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि इस परिचित अभ्यास (familiarization exercise) के दौरान, फोर्स ने इलाके की जनसंख्या (साक्षरता और निरक्षरता दर), सामुदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों, और संभावित उपद्रवियों की एक विस्तृत सूची तैयार की है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न राजनीतिक दलों और समाजसेवी संगठनों से जुड़ी जानकारी भी एकत्र की जा रही है। यह डेटाबेस पुलिस को किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में तुरंत और सटीक कार्रवाई करने में मदद करेगा।
मैप तैयार, डेटाबेस मजबूत
डीएसपी बलहारा ने आगे बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स द्वारा निरीक्षण के आधार पर विस्तृत मानचित्र (map) तैयार किए गए हैं। ये मानचित्र भौगोलिक परिस्थितियों को समझने और आपातकालीन तैनाती में महत्वपूर्ण साबित होंगे। रैपिड एक्शन फोर्स और स्थानीय पुलिस एक साथ मिलकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने या किसी भी अन्य आपातकालीन स्थिति से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगे। आरएएफ ने विभिन्न क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थितियों का बारीकी से जायजा लेते हुए एक पूरा डेटाबेस तैयार किया है, जो भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में सहायक होगा। इस दौरान जवानों ने गांव और कस्बों के लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की, ताकि आपसी भाईचारा बना रहे।
जनता में विश्वास और जागरूकता
इस संयुक्त अभियान का एक महत्वपूर्ण पहलू जनता के बीच सुरक्षा का संदेश देना भी है। पुलिस और आरएएफ की इस सक्रिय उपस्थिति से न केवल उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों में भय पैदा होता है, बल्कि आम जनता में सुरक्षा और विश्वास की भावना भी बढ़ती है। यह अभ्यास दिखाता है कि हरियाणा पुलिस किसी भी चुनौती से निपटने और अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यह पहल अफवाहों को फैलने से रोकने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण साबित होगी।