ग्लोबल कंपनी के नाम पर साइबर फ्रॉड : रोहतक की महिला को रेटिंग के बदले मुनाफा देने का झांसा देकर 2 लाख ठगे

Cyber fraud : हरियाणा के रोहतक में एक महिला के साथ ऑनलाइन ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने महिला को ग्लोबल कंपनी का नाम लेकर पहले भरोसे में लिया, फिर प्रोडक्ट रेटिंग के नाम पर मोटे मुनाफे का लालच दिया और आखिरकार करीब 1.98 लाख रुपये की ठगी कर डाली। यह मामला अब रोहतक साइबर क्राइम थाना पहुंच चुका है, जहां पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना इंटरनेट पर बढ़ते फ्रॉड की एक और मिसाल बन गई है, जो आम लोगों की मेहनत की कमाई को निशाना बना रहे हैं।
कुछ दिन पहले टेलीग्राम ऐप पर एक मैसेज आया
सेक्टर-14 निवासी पीड़िता पूनम को कुछ दिन पहले टेलीग्राम ऐप पर एक मैसेज आया। मैसेज में खुद को ग्लोबल कंपनी का प्रतिनिधि बताने वाले व्यक्ति ने दावा किया कि वह एक डिजिटल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसमें ऑनलाइन प्रोडक्ट्स की रेटिंग करने पर लोगों को मोटा कमीशन दिया जा रहा है। कुछ ही देर बाद उसी आईडी से पूनम को कॉल आया। कॉल करने वाले ने बेहद प्रोफेशनल अंदाज में बात करते हुए पूनम को इस काम से जुड़ने के लिए कहा। पहले तो पूनम को शक हुआ, लेकिन जब उसे शुरुआती लाभ दिखाया गया और कथित कंपनी के स्क्रीनशॉट भेजे गए, तो वह झांसे में आ गई।
9 ट्रांजैक्शन में उड़ गए करीब दो लाख
पूनम ने बताया कि शुरुआत में छोटे-छोटे अमाउंट ट्रांसफर करने को कहा गया, जिसमें कुछ मुनाफा भी दिखाया गया। इससे उसका भरोसा बढ़ा। इसके बाद आरोपी ने काम का स्कोप बढ़ाने के नाम पर और पैसे ट्रांसफर करवाने को कहा। इसी चक्कर में पूनम ने 9 बार ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर कुल 1,98,000 रुपये जमा कर दिए।
ठगों ने यह भी कहा कि एक बार और 2.5 लाख जमा करोगी, तो पहले की रकम मुनाफे के साथ वापस मिल जाएगी। यहीं से पूनम को शक हुआ और उसने खुद से ग्लोबल कंपनी की जांच शुरू की।
न फर्म रजिस्टर्ड, न कोई वैध वेबसाइट
खुद जांच करने पर पूनम को पता चला कि ग्लोबल नाम की कोई वैध कंपनी अस्तित्व में ही नहीं है। न तो ऐसी कोई वेबसाइट है, न कोई वैध रजिस्ट्रेशन। उसे तब एहसास हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हो चुकी है। पूनम ने तुरंत साइबर क्राइम थाना जाकर इसकी शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपी की तलाश जारी
इस मामले में साइबर थाना प्रभारी एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि ठगी का केस दर्ज कर लिया गया है और खातों की डिटेल खंगाली जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी ने फर्जी आईडी और अनजान खातों का इस्तेमाल किया है। एसएचओ कुलदीप सिंह ने कहा कि जल्द ही आरोपी को ट्रैक कर लिया जाएगा। आम लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। कोई भी लालच वाला ऑनलाइन ऑफर बिना जांच परख के न स्वीकारें।
ठगों के नए हथकंडे : मुनाफा अब सबसे बड़ा हथियार
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि आजकल ठग लोगों को जल्दी पैसे कमाने के लालच में फंसा रहे हैं। टेलीग्राम, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर, वे खुद को किसी अंतरराष्ट्रीय कंपनी से जुड़ा बताकर विश्वास हासिल करते हैं। फिर पैसे लगाओ और पाओ स्कीम के जरिए पैसे ऐंठते हैं।