रोहतक में काल बना सीवर: ढक्कन हटाते ही बेटा गिरा, बचाने गए पिता और भाई की भी जहरीली गैस से मौत

रोहतक में शवों को निकालते स्थानीय लोग व पुलिस।
हरियाणा के रोहतक जिले के माजरा गांव में बुधवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां घर के बाहर गली में खुले सीवर में गिरने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नाली जाम होने पर बेटा सीवर का ढक्कन हटाने गया था, तभी वह अचानक उसमें गिर गया। उसे बचाने के लिए पिता और दूसरा बेटा भी सीवर में उतरे, लेकिन जहरीली गैस के कारण तीनों ही अपनी जान गंवा बैठे।
आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई
घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया और मौके पर चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से तीनों के शवों को सीवर से बाहर निकाला गया। फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस दुखद हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
मां ने सुनाई आपबीती, कहा- घर की नाली जाम हो गई थी
मृतकों की मां संतोष देवी ने रोते हुए बताया कि सुबह उनके दो बेटे लक्ष्मण और दीपक और उनके पति महाबीर की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि घर की नाली जाम हो गई थी, जिसे खोलने के लिए उनका बेटा लक्ष्मण सीवर का ढक्कन हटाने गया था। ढक्कन खोलते समय ही वह अचानक सीवर में गिर गया। उसे गिरते देख उसके पिता महाबीर तुरंत उसे बचाने के लिए सीवर में उतर गए, लेकिन वह भी जहरीली गैस के कारण उसमें फंस गए। अंत में, अपने पिता और भाई को बचाने के लिए दीपक भी सीवर में उतरा, लेकिन वह भी उन दोनों को नहीं बचा सका और खुद भी सीवर में ही दम तोड़ दिया।
संतोष देवी ने बताया कि उनका तीसरा बेटा राजकुमार भी अपने पिता और भाइयों को बचाने के लिए सीवर में उतरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पड़ोसियों ने उसे पकड़कर रोक लिया और पुलिस को सूचना देने के लिए कहा। राजकुमार ने ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया।
पिता थे सेना से रिटायर, बेटे करते थे प्राइवेट नौकरी
संतोष ने बताया कि उनके पति महाबीर सिंह सेना से रिटायर थे। उनका बेटा लक्ष्मण एक बाइक रिपेयरिंग की दुकान पर काम करता था, जबकि दीपक रोहतक की एक निजी कंपनी में कार्यरत था। उनका बड़ा बेटा राजकुमार भी नौकरी करता है। संतोष के अनुसार, उनके चार बेटियां और तीन बेटे थे। उन्होंने अपनी चारों बेटियों की शादी कर दी थी, जो अब अपने ससुराल में हैं। बेटों में केवल राजकुमार की शादी हुई थी, जबकि दीपक और लक्ष्मण अविवाहित थे।
फायर ब्रिगेड कर्मी को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ उतारा गया
फायर ब्रिगेड के फायरमैन रोहतास ने बताया कि उन्हें सुबह करीब साढ़े सात बजे सूचना मिली कि माजरा गांव में तीन लोग सीवर में डूब गए हैं। सूचना मिलते ही उनकी टीम तुरंत मौके पर पहुंची और लोगों को सीवर से बाहर निकालने का काम शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आशंका जताई थी कि तीनों की मौत जहरीली गैस के कारण हुई है, इसलिए फायर ब्रिगेड कर्मियों को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ सीवर में उतारा गया।
पहली बार में दो कर्मी उतरे, लेकिन उनकी भी सांस फूलने लगी, जिसके कारण उन्हें वापस बुला लिया गया। इसके बाद, दूसरे फायर ब्रिगेड कर्मी को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ उतारा गया, जिसने तीनों शवों को सीवर से बाहर निकाला। शव कीचड़ में धंसे हुए थे और उनकी सांसें नहीं चल रही थीं। उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।