जल निकासी विवाद: राजस्थान का दूषित पानी रोकने को बनाया रैंप तोड़ा, धारूहेड़ा चेयरमैन के साथ झड़प

रेवाड़ी के धारूहेड़ा क्षेत्र में सड़क पर जमा दूषित पानी।
जल निकासी विवाद : हरियाणा के रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा क्षेत्र में दूषित पानी की निकासी को लेकर हरियाणा व राजस्थान में विवाद गहरा गया। सोहना रोड पर राजस्थान की ओर से आने वाला पानी रोकने के लिए बनाया गया रैंप जंग का मैदान साबित होने लगा है। राजस्थान की ओर से बारिश के बाद छोड़े गए पानी ने रैंप पार कर दिया तो चेयरमैन कंवरसिंह यादव ने मिट्टी डलवाकर पानी रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान कुछ लोगों ने चेयरमैन के साथ झड़प की। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में भी लिया, परंतु गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई थी।
तीन दिन पहले राजस्थान के लोगों ने तोड़ दिया था रैंप
वर्ष 2023 में राजस्थान की ओर से आने वाले दूषित पानी को रोकने के लिए इस रैंप का निर्माण कराया गया था। तीन दिन पहले रात के समय कुछ लोगों ने रैंप तोड़ दिया था। चेयरमैन कंवर सिंह यादव ने एसडीएम और डीएसपी की मौजूदगी में रैंप का मलबा फिर से उसी जगह पर डलवा दिया था। वीरवार को बारिश के बाद राजस्थान की ओर से भारी मात्रा में पानी आ गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि यह रैंप को पार करके धारूहेड़ा शहर में प्रवेश करने लगा। सूचना मिलने के बाद चेयरमैन मौके पर पहुंच गए। एसडीएम को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। इसके बाद ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी मंगवाकर रैंप पर डलवाना शुरू किया ताकि पानी को शहर तक जाने से रोका जा सके।
दुकानदारों ने किया चेयरमैन का विरोध
मिट्टी डलवाते समय एक महिला ने ट्रैक्टर के सामने लेटकर विरोध किया। इसके बाद कुछ दुकानदारों ने भी चेयरमैन के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। चेयरमैन के साथ हाथापाई भी की गई, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद सेक्टर-6 थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। विरोध करने वाले लोगों को वहां से खदेड़ते हुए एक दुकानदार को पुलिस अपने साथ ले गई। चेयरमैन कंवर सिंह यादव का कहना है कि लंबे समय से राजस्थान के दूषित पानी का दंश कस्बे के लोग झेल चुके हैं। जब तक वह इस पद पर हैं, तब तक राजस्थान का पानी नहीं आने दिया जाएगा।
दोनों राज्यों के सीएम भी कर चुके हैं बात
बता दें कि पिछले महीने ही राजस्थान के पानी की निकासी को लेकर दोनों राज्यों के सीएम के बीच बातचीत हुई थी। इसमें समाधान के लिए जल्द ही DPR बनाने की बात कही गई थी। उम्मीद है कि जल्द ही पानी निकासी के मुद्दे का स्थायी समाधान होगा।