रेवाड़ी अस्पताल विवाद: राज बब्बर का CM और राव इंद्रजीत पर निशाना, बोले- राजा साहब जुबान के पक्के बनें

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प्रेस वार्ता करते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर।

रेवाड़ी के भगवानपुर गांव में प्रस्तावित अस्पताल के निर्माण को लेकर चल रहे विवाद में कांग्रेस नेता राज बब्बर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर तीखा हमला बोला है।

हरियाणा के रेवाड़ी के भगवानपुर गांव में प्रस्तावित अस्पताल के निर्माण को लेकर चल रहे विवाद ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर तीखा हमला बोला है। रविवार को एक प्रेस वार्ता में राज बब्बर ने कहा राजा साहब के सामने तो सीएम तक की जुबान नहीं हिलती, वो जो चाहते हैं, वो करवा लेते हैं। लेकिन अब बेटी से मत हारिए। उनका इशारा हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव की ओर था, जिनका उन्होंने सीधे तौर पर नाम नहीं लिया।

राजा की जुबान उसका वचन होती है

राज बब्बर ने केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वायरल रिकॉर्डिंग सही है, तो राव इंद्रजीत सिंह को अपनी जुबान पर कायम रहते हुए भगवानपुर में ही अस्पताल बनवाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा राजा की जुबान ही उसका वचन होती है। उन्होंने राव इंद्रजीत सिंह को सलाह दी कि अस्पताल जनता के लिए होता है, इसे 'तेरे-मेरे' में बांटना उचित नहीं है। राज बब्बर ने खुद को गुरुग्राम लोकसभा के हर व्यक्ति का हितैषी बताते हुए कहा अगर आप बेटी की बात नहीं सुनते, तो बताइए वो हमारी भी बेटी की उम्र की है, हम मिल लेते हैं।

आप राजा होकर अपनी जुबान से पीछे नहीं हट सकते...

अपनी बात को और पुख्ता करते हुए राज बब्बर ने अपने व्यक्तिगत वादे का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने अपने बाप-दादाओं की धरती पर घर बनाने का वादा किया था और चुनाव हारने के बावजूद उन्होंने गुरुग्राम में अपना घर ले लिया है। उन्होंने कहा चुनाव हारने के बावजूद जब मैं छोटा सा आदमी अपना वादा पूरा कर रहा हूं, तो आप राजा होकर अपनी जुबान से पीछे नहीं हट सकते।

राव इंद्रजीत सिंह की क्षमता पर कटाक्ष

राज बब्बर ने राव इंद्रजीत सिंह की राजनीतिक हैसियत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनका परिवार देश का ऐसा पहला बीजेपी का परिवार है, जिसके पास केंद्र और राज्य दोनों में मंत्री पद हैं। उन्होंने कहा उनमें दम है, वो रेवाड़ी में 4 जगह भी अस्पताल बनवा सकते हैं। वे 6 बार के सांसद हैं, तीसरी बार केंद्रीय राज्यमंत्री हैं। वे चाहें तो सबकुछ कर सकते हैं। यह कहकर उन्होंने राव इंद्रजीत सिंह पर दबाव बनाने की कोशिश की कि वे अपनी राजनीतिक शक्ति का उपयोग भगवानपुर में अस्पताल बनवाने के लिए करें।

अस्पताल मत छीनिए, बड़ा दिल दिखाइए

राज बब्बर ने भगवानपुर गांव के ग्रामीणों की ओर से किसी गलत शब्द के प्रयोग के लिए माफी मांगी, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि वे राजनीति में गलत भाषा का समर्थन नहीं करते। उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री से 'बड़ा दिल' दिखाते हुए भगवानपुर का अस्पताल न छीनने और उसे बनवाने का आग्रह किया।

रेवाड़ी के मौजूदा अस्पताल की हालत सुधारने की मांग

राज बब्बर ने सिर्फ नए अस्पताल की मांग ही नहीं की, बल्कि रेवाड़ी शहर के मौजूदा अस्पताल की खराब हालत पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब तक 200 बेड का नया अस्पताल नहीं बनता, तब तक रेवाड़ी शहर के अस्पताल की स्थिति में सुधार किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में नवजात बच्चों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ता है, जो स्वास्थ्य मंत्री के जिले के लिए शर्मनाक स्थिति है। उन्होंने प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री से भी मुलाकात का समय मांगा ताकि इस मुद्दे पर कोई ठोस निष्कर्ष निकल सके।

कैप्टन यादव परिवार पर भी टिप्पणी

प्रेस वार्ता के दौरान राज बब्बर ने कैप्टन अजय यादव और चिरंजीव यादव को लेकर भी बात की। उन्होंने बताया कि चिरंजीव पार्टी के काम से सीकर गए हुए हैं, जबकि कैप्टन अजय यादव पहले ही अस्पताल आंदोलन के संयोजक राममेहर सिंह को श्रद्धांजलि देकर आ चुके थे। राज बब्बर ने भगवानपुर गांव के धरनास्थल पर पहुंचकर राममेहर सिंह की फोटो पर पुष्प अर्पित किए और ग्रामीणों द्वारा बताई गई जानकारी का जिक्र किया कि राव इंद्रजीत की कथित वादाखिलाफी के कारण राममेहर को हार्टअटैक आया था। इस प्रकार, राज बब्बर ने रेवाड़ी अस्पताल विवाद को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है, जिसमें उन्होंने सीधे तौर पर सत्ताधारी नेताओं को घेरा है।

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