थाने में जमकर हंगामा: रेवाड़ी में मारपीट के बाद प्रॉपर्टी डीलर की मौत, परिवार का दावा- चोट से गई जान

हरियाणा क्राइम न्यूज।
हरियाणा के रेवाड़ी के धारूहेड़ा सेक्टर-6 निवासी प्रॉपर्टी डीलर दीपक गहलोत की झगड़े के कुछ देर बाद हुई मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक का परिवार दावा कर रहा है कि उनकी मौत हार्ट अटैक से नहीं, बल्कि झगड़े के दौरान हुई मारपीट की गंभीर चोटों के कारण हुई है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में हत्या या मारपीट का मुकदमा दर्ज नहीं किया है और वह मौत की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस घटना को लेकर परिजनों ने सोमवार को थाने में जमकर हंगामा भी किया।
पैसों को लेकर हुआ था विवाद
जानकारी के मुताबिक, मृतक दीपक गहलोत हीरो कंपनी से रिटायर होने के बाद पिछले एक साल से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि उनका शहर के ही किसी अन्य प्रॉपर्टी डीलर से पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते दोनों के बीच रविवार को झगड़ा हुआ। झगड़े के थोड़ी देर बाद दीपक को सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया। दुखद रूप से, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में जल्दबाजी नहीं करना चाहते। धारूहेड़ा सेक्टर-6 के एसएचओ संजय के अनुसार मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ही आगे मामला दर्ज किया जाएगा।
यह हार्ट अटैक नहीं, मर्डर है....
मृतक दीपक गहलोत का परिवार पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है और वे इसे हत्या का मामला मानते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। मृतक दीपक की बेटी प्रतीका गहलोत, जो दिल्ली के मौलाना आजाद हॉस्पिटल में डॉक्टर हैं, ने एक गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिता के साथ शहर के एक व्यक्ति ने मारपीट की थी, उसका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है।
प्रतीका ने आगे बताया कि उनके पिता ने झगड़े के ठीक बाद फोन पर उन्हें घटना के बारे में बताया था। इतना ही नहीं, उन्होंने दावा किया कि उनके पिता के फोन में धमकाने वाली कॉल रिकॉर्डिंग भी मिली है, जो इस बात का सबूत है कि उनके पिता को जान से मारने की धमकी दी गई थी। प्रतीका का आरोप है कि इतने पुख्ता सबूत होने के बावजूद पुलिस उनकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है और इसे सिर्फ हार्ट अटैक का मामला मान रही है।
हंगामे के बाद हुआ पोस्टमॉर्टम
सोमवार सुबह मृतक दीपक गहलोत के परिजनों ने अपनी बात मनवाने और पुलिस पर दबाव बनाने के लिए सेक्टर-6 धारूहेड़ा थाने में जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस जानबूझकर उनके पिता का पोस्टमॉर्टम नहीं करवा रही थी। इसी को लेकर वे बड़ी संख्या में थाने पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों के हंगामे के बाद ही एसएचओ खुद उनके साथ पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे। हालांकि, पुलिस इस बात से इनकार कर रही है कि वे पोस्टमॉर्टम में देरी कर रहे थे।
काफी शिक्षित है परिवार
दीपक गहलोत का परिवार काफी पढ़ा-लिखा है। उनकी बेटी प्रतीका गहलोत दिल्ली के प्रतिष्ठित मौलाना आजाद हॉस्पिटल में डॉक्टर हैं, जबकि उनके बेटे सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। परिवार के इस शिक्षित पृष्ठभूमि के बावजूद, उन्हें अपने पिता की मौत के मामले में न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। यह मामला तब तक सुलझ नहीं पाएगा जब तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती, जो दीपक गहलोत की मौत की वास्तविक वजह को स्पष्ट करेगी। परिवार न्याय की उम्मीद में पुलिस रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।