पानीपत में बारिश बनी जानलेवा: छत गिरने से महिला की मौत, पति घायल, कुरुक्षेत्र में बाढ़ का पानी गांवों में घुसा

कुरुक्षेत्र में कठवा गांव की ओर जाता मारकंडा नदी का पानी।
हरियाणा के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है, जिसके चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। खासकर, पानीपत और कुरुक्षेत्र जैसे इलाकों में बारिश का कहर साफ देखने को मिल रहा है।
पानीपत में छत गिरने से महिला की मौत
पानीपत के सुंदर नगर, ऊंटला थर्मल प्लांट के पास से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। तड़के करीब 3:10 बजे एक मकान की छत गिरने से कमरे में सो रहे पति-पत्नी मलबे में दब गए। इस हादसे में 42 वर्षीय रूबी की मौत हो गई, जबकि उनके पति सुरेंद्र घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, दंपति के चार बच्चे हैं – तीन बेटियां और एक बेटा। गनीमत रही कि घटना के वक्त चारों बच्चे घर पर मौजूद नहीं थे, जिससे वे सुरक्षित बच गए। इस घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी का पानी गांव में घुसा
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद स्थित कठवा गांव में मारकंडा नदी का पानी घुस जाने से स्थिति गंभीर हो गई है। नदी का जलस्तर बढ़ने से खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह से डूब गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इसके अलावा, गांव की सड़कें भी जलमग्न हो गई हैं, जिससे आवागमन में खासी दिक्कत आ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा। प्रशासन ने गांव वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और राहत कार्यों की शुरुआत कर दी गई है।
मौसम विभाग का 9 जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा के 9 जिलों में बारिश को लेकर विशेष अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक, चरखी दादरी, भिवानी, झज्जर, रोहतक, गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नूंह और हिसार में हवाओं और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। कुछेक स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 15 जुलाई तक मौसम में बदलाव रहने की संभावना है। उन्होंने विशेष रूप से 11 से 13 जुलाई तक राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना व्यक्त की है।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए विस्तृत पूर्वानुमान जारी किया है:
12 जुलाई:
• अधिकतर (50-75 प्रतिशत) एरिया में बारिश: पलवल, मेवात, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़।
• कहीं-कहीं (25-50 प्रतिशत एरिया) बारिश: पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, सोनीपत और झज्जर।
• कुछेक (25 प्रतिशत) एरिया में बारिश: सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र और पानीपत।
13 जुलाई:
• अधिकतर (50-75 प्रतिशत) एरिया में बरसात: भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात।
• कहीं-कहीं (25-50 प्रतिशत) बरसात: फतेहाबाद, हिसार, जींद, रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला और पंचकूला।
• कुछेक (25 प्रतिशत) एरिया में बरसात: सिरसा।
14 जुलाई:
• अधिकतर (50-75 प्रतिशत) एरिया में बरसात की संभावना: पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात।
• कहीं-कहीं (25-50 प्रतिशत) बारिश: सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, जींद, रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, करनाल, कैथल और कुरुक्षेत्र।
तापमान में गिरावट से मिली राहत
बारिश के चलते राज्य के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को हरियाणा के अधिकतम तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई, जिससे यह सामान्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया। प्रदेश का सबसे गर्म क्षेत्र महेंद्रगढ़ का नारनौल रहा, जहां अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तापमान में गिरावट से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है। शुक्रवार को हिसार और झज्जर में भी बारिश हुई, हालांकि इसके बाद अब बादल छाए हुए हैं और इन दोनों जगहों पर आगे भी बारिश की संभावना बनी हुई है।
लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के साथ-साथ भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की आवश्यकता है।