Raid: हरियाणा से लेकर 4 राज्यों तक मजीठिया पर शिकंजा, विजिलेंस की छापेमारी, NCB भी पूछताछ को तैयार

Bikram Singh Majithia
X

बिक्रम सिंह मजीठिया। 

आय से अधिक संपत्ति और ड्रग्स से जुड़े मामलों में गिरफ्तार मजीठिया के ठिकानों पर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ में विजिलेंस ने एक साथ छापेमारी की। टीम मजीठिया को लेकर अमृतसर के मजीठा भी गई है, जहां आगे की पड़ताल जारी है।

पंजाब के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आय से अधिक संपत्ति और नशे से जुड़े मामलों में गिरफ्तार मजीठिया के खिलाफ आज पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ में विजिलेंस की टीमों ने एक साथ छापेमारी की है। खास बात यह है कि मजीठिया को खुद टीम अमृतसर के मजीठा लेकर गई है, जहां उनके कुछ और ठिकानों की पड़ताल की जा रही है।

हरियाणा में भी मजीठिया के ठिकानों पर रेड

विजिलेंस की यह कार्रवाई सिर्फ पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका दायरा हरियाणा तक भी फैला हुआ है। मजीठिया से जुड़े ठिकानों और उनसे संबंधित संपत्तियों की तलाश में विजिलेंस की टीमों ने हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर भी रेड की है। यह दर्शाता है कि इस मामले की जड़ें कितनी गहरी हैं और इसमें सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य भी शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि इन छापों से कुछ और महत्वपूर्ण सुराग हाथ लग सकते हैं, जो मजीठिया के खिलाफ केस को और मजबूत करेंगे।

NCB भी जांच में शामिल होने को तैयार

इस पूरे प्रकरण में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की एंट्री भी होने वाली है, जिससे मजीठिया की परेशानी और बढ़ सकती है। NCB ने विजिलेंस से संपर्क साधा है और मजीठिया से पूछताछ की तैयारी कर रही है। दावा किया जा रहा है कि यह पूरा मामला NDPS (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट से जुड़ा है, जिसके तहत मादक पदार्थों की तस्करी और उनके वितरण से संबंधित मामलों की जांच की जाती है। ऐसे में NCB की भागीदारी से इस केस को एक नया आयाम मिल सकता है। अन्य केंद्रीय एजेंसियां भी इस केस पर पैनी नजर रखे हुए हैं।

वकील का खुला चैलेंज

एक तरफ जहां मजीठिया पर शिकंजा कसता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ उनके वकील धर्मवीर सिंह सोबती ने पंजाब के डीजीपी, विजिलेंस चीफ और पंजाब एजी को खुला चैलेंज दिया है। मजीठिया के सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उनके वकील ने कहा मेरा खुला चैलेंज डीजीपी पंजाब, विजिलेंस चीफ, पंजाब एजी को एक भी छोटी से छोटी एनडीपीएस की धारा लगाकर दिखाओ। उन्होंने सरकार पर 'मीडिया ट्रायल' करने का आरोप भी लगाया और कहा कि सच्चाई कोर्ट में सामने आएगी।

मजीठिया की गिरफ्तारी से लेकर अब तक कब क्या हुआ

बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ हुई कार्रवाई और उसके बाद के घटनाक्रम को 6 मुख्य बिंदुओं में समझा जा सकता है :

1. गिरफ्तारी और बरामदगी (25 जून) : विजिलेंस ब्यूरो ने 540 करोड़ रुपये के ड्रग मनी से जुड़े आय से अधिक संपत्ति मामले में 25 जून को सुबह 4:30 बजे केस दर्ज किया। इसके बाद पंजाब के 26 स्थानों पर मजीठिया से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की गई और सुबह 11:30 बजे के बाद उन्हें अमृतसर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया। विजिलेंस ने 29 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, 8 डायरियां और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद करने का दावा किया, जो मजीठिया से मिले बताए गए।

2. मोहाली कोर्ट में पेशी (26 जून) : 26 जून को विजिलेंस ब्यूरो ने मजीठिया को मोहाली अदालत में पेश किया। इस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया और आम जनता को भी अदालत परिसर से दूर रखा गया। विजिलेंस ने अदालत से 12 दिन का रिमांड मांगा, लेकिन उन्हें 7 दिन का रिमांड मिला।


3. पूर्व DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की एंट्री (27 जून) : 27 जून को पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस के ऑफिस स्कूल में पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने बताया कि 2021 में जब वे डीजीपी थे, तब मजीठिया पर NDPS का केस दर्ज हुआ था और यह मामला उसी केस पर आधारित है।

4. ED के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह के बयान (28 जून) : 28 जून को ED के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह ने विजिलेंस मुख्यालय पहुंचकर बयान दर्ज करवाए। उन्होंने बताया कि 2013 में ड्रग तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के दौरान उन्होंने करीब 41 लोगों से पूछताछ की थी और उस समय ड्रग तस्करी के आरोपी जगदीश भोला व अन्य लोगों ने मजीठिया का नाम लिया था।

5. पूर्व विधायक और मजीठिया के पूर्व PA के बयान (29 जून) : 29 जून को पूर्व विधायक बोनी अजनाला ने विजिलेंस ऑफिस पहुंचकर बयान दर्ज करवाए। उन्होंने दावा किया कि मजीठिया ने उन्हें सत्ता और पिंडी से अपने "जिगरी यार" बताकर मिलवाया था। इसी दिन शाम को मजीठिया के पूर्व पीए और आम आदमी पार्टी के नेता दलबीर गिल ने भी अपने बयान दर्ज करवाए।


6. विभिन्न स्थानों पर मजीठिया को लेकर गई विजिलेंस (30 जून) : 30 जून को विजिलेंस ब्यूरो की टीमें मजीठिया को पंजाब और हिमाचल के विभिन्न स्थानों पर संदिग्ध प्रॉपर्टी की निशानदेही के लिए लेकर गई थीं। हालांकि, विजिलेंस का आरोप है कि मजीठिया ने जांच में सहयोग नहीं किया। इस दौरान मनिंदर सिंह उर्फ बिट्टू और जगजीत सिंह चहल ने भी अपने बयान दर्ज करवाए, जिन्होंने 2010 तक मजीठिया से अच्छे संबंध होने की बात कही। उन्होंने ड्रग केस की दोबारा जांच की भी मांग की। पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने भी मजीठिया के खिलाफ विजिलेंस को बयान दर्ज करवाने की इच्छा जताई है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story