नवोदय विद्यालय समिति की भर्ती में घोटाला: जींद की सेंटर संचालक ने रचा ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करवाने का खेल, 18 लाख में किया सौदा

जींद की सेंटर संचालक ने रचा ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करवाने का खेल, 18 लाख में किया सौदा
X

जवाहर नवोदय विद्यालय का प्रतीकात्मक फोटो।

नवोदय विद्यालय समिति की ओर से देश के कई शहरों में भर्ती परीक्षा करवाई गई थी। हिमाचल के बाद चंडीगढ़ में भी नकल गिरोह का खुलासा हुआ। यहां से ब्लूटूथ के जरिये नकल करते 15 अभ्यर्थी पकड़े गए। मास्टरमाइंड जींद की राखी को पकड़ा गया है।

नवोदय विद्यालय समिति की भर्ती में घोटाला : नवोदय विद्यालय समिति (NVS) की ओर से हाल ही में चंडीगढ़ में आयोजित भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर नकल और फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस परीक्षा में भाग लेने के लिए कुछ अभ्यर्थियों ने 10 से 18 लाख रुपये तक में पेपर सॉल्व कराने का सौदा किया था। चंडीगढ़ पुलिस की सख्ती से कार्रवाई के दौरान 17 लोगों को मौके से पकड़ा गया जो या तो फर्जी पहचान के साथ परीक्षा दे रहे थे या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नकल कर रहे थे। इस पूरे फर्जीवाड़े की मास्टरमाइंड जींद के न्यू विजय नगर की राखी बताई जा रही है। राखी खुद एक कोचिंग सेंटर चलाती है।

मास्टरमाइंड राखी खुद कपड़ों में छुपाकर ले गई स्कैनर

चंडीगढ़ थाना सेक्टर-39 की पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह सामने आया कि राखी के कपड़ों में एक माइक्रोस्कैनर और ब्लूटूथ डिवाइस लगी हुई थी, जिससे वह प्रश्न पत्र स्कैन कर बाहर भेजती थी। स्कूल के नजदीक छिपे हुए सहयोगी उम्मीदवारों को प्रश्न मिलते ही उत्तर तैयार करते थे, जिन्हें फिर ब्लूटूथ के जरिए सेंटर में बैठे सोल्वर उम्मीदवारों तक पहुंचाया जाता था। एक टीचर को संदेह होने पर स्कूल प्रशासन ने जांच की तो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का पता चला और तुरंत पुलिस को बुला लिया गया।

यहां-यहां पर हरियाणा के पकड़े गए अभ्यर्थी

सेक्टर-26 थाने में केस तब दर्ज हुआ जब सेक्टर-27 स्थित मोती राम आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल ने दो फर्जी परीक्षार्थियों को रंगे हाथों पकड़ा। भिवानी के सांगवान गांव निवासी अजय कुमार व जींद के छात्तर गांव निवासी मोनिका की जगह हिसार निवासी विक्रम और जींद निवासी युवती पेपर दे रही थी। इन्हें मौके से पकड़ लिया गया। सेक्टर-31 थाना अंतर्गत माउंट कार्मेल स्कूल में भी एक अभ्यर्थी को ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया, जिसकी पहचान हिसार के गांव कनवास निवासी विशाल मलिक के रूप में हुई। सेक्टर-34 थाना क्षेत्र में सेंट ऐन्स कॉन्वेंट स्कूल में दो युवक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की मदद से नकल करते पकड़े गए। इनकी पहचान रोहतक के गांव दातौड़ निवासी अजय कुमार और हिसार के मसूदपुर निवासी सोनू कुमार के रूप में हुई। सेक्टर-39 थाना क्षेत्र में सबसे बड़ा मामला सामने आया, जहां श्री गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल में 12 युवक-युवतियां डिवाइस के जरिए नकल करते पकड़े गए। यहां से झज्जर के मांडोठी गांव निवासी परीक्षित, जींद के फरैण गांव निवासी सोहन, सोनीपत के थाना कलां गांव निवासी साहिल, सोनीपत निवासी नीरज, रोहतक के मदीना गांव निवासी विकास, दिल्ली के नजबगढ़ निवासी योगेश, सोनीपत के छिछड़ाना निवासी मोहित, चरखी दादरी के गांव निमर बड़ेसरा निवासी अभिमन्यु व स्नेहा, सोनीपत के हरसाना कलां निवासी संदीप और जींद के न्यू विजय नगर निवासी राखी को पकड़ा गया है। अभी तक गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजे जा चुके हैं। थाना सेक्टर-39 पुलिस ने राखी को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि उससे पूछताछ कर यह पता लगाया जा सके कि पेपर लीक और नकल के पीछे कौन-कौन लोग थे और कितने छात्रों से पैसे लिए गए।

हिमाचल प्रदेश में भी पकड़ा गया था नकल गिरोह

हिमाचल में भी रविवार को हुई नवोदय विद्यालय समिति के नॉन टीचिंग पदों की भर्ती परीक्षा में 40 अभ्यर्थी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़े गए थे। इनमें भी अधिकतर हरियाणा से हैं। यहां पर करवाई गई नकल का मास्टरमाइंड भी हरियाणा से ही बताया जा रहा है, जिसके बारे में पुलिस जांच कर रही है। यहां पर 4 से 12 लाख में नकल की डील हुई थी।

देश के कई शहरों में हुई थी 1377 पदों के लिए परीक्षा

नवोदय विद्यालय समिति ने रविवार को देशभर में नॉन टीचिंग (स्टेनोग्राफर, मेस हेल्पर, जेएसए, फॉर्मासिस्ट, स्टाफ नर्स आदि) के 1377 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। इसमें लाखों अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा दी। बताया जा रहा है कि नकल करवाने के लिए अलग-अलग एजेंटों ने अभ्यर्थियों को फंसाया और लाखों रुपये में सौदा किया।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story