असीम घोष बने हरियाणा के 19वें राज्यपाल: पश्चिम बंगाल से है गहरा राजनीतिक जुड़ाव

Haryana Governor
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असीम कुमार घोष। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके नाम की आधिकारिक घोषणा की। उन्होंने बंडारू दत्तात्रेय का स्थान लिया है, जो 7 जुलाई 2021 से इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

हरियाणा को अपना 19वां राज्यपाल मिल गया है। प्रोफेसर असीम कुमार घोष को हरियाणा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आधिकारिक घोषणा की। घोष ने बंडारू दत्तात्रेय का स्थान लिया है जो 7 जुलाई 2021 से इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।

असीम घोष का परिचय

असीम घोष पश्चिम बंगाल के हावड़ा के मूल निवासी हैं और उनका राजनीति में गहरा अनुभव रहा है। वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) से लंबे समय से जुड़े हुए हैं।

• पश्चिम बंगाल में BJP अध्यक्ष : घोष 1999 से लेकर 2002 तक पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने राज्य में संगठन को मजबूत करने में अच्छी भूमिका निभाई।

• राजनीतिक अनुभव : पश्चिम बंगाल जैसे राजनीतिक रूप से सक्रिय राज्य में प्रदेश अध्यक्ष का पद संभालना उनके व्यापक राजनीतिक अनुभव और सांगठनिक क्षमताओं को दर्शाता है।

चुनावी सफर और नया दायित्व

असीम घोष ने 11 मई 2023 को हावड़ा लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर उपचुनाव भी लड़ा था। यह सीट तृणमूल कांग्रेस की सांसद अंबिका बनर्जी के निधन के बाद खाली हुई थी। हालांकि, इस उपचुनाव में असीम घोष को हार का सामना करना पड़ा था।

अब, उन्हें हरियाणा जैसे महत्वपूर्ण राज्य के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राज्यपाल के रूप में उनकी भूमिका राज्य के संवैधानिक प्रमुख की होगी, जहां वह राज्य सरकार के कार्यों पर नजर रखेंगे और संविधान के दायरे में रहकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। पश्चिम बंगाल में उनके राजनीतिक और सांगठनिक अनुभव को देखते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह हरियाणा में अपनी नई भूमिका को कैसे अंजाम देते हैं। उनकी नियुक्ति से हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में भी कुछ बदलाव की उम्मीद की जा सकती है।

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