नूंह में राशन धांधली: 3 डिपो धारकों की सप्लाई सस्पेंड, अंगूठा लगवाकर नहीं दिया अनाज

ration depots Supply suspended
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नूंह में राशन धांधली के आरोप में तीन डिपो धारकों की सप्लाई सस्पेंड। 

यह कार्रवाई तब हुई जब ग्रामीणों ने प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री से शिकायत की कि डिपो धारकों ने लाभार्थियों के PoS मशीन पर अंगूठे तो लगवा लिए, लेकिन उन्हें अप्रैल का राशन नहीं दिया। मंत्री के आदेश पर हुई जांच में तीनों डिपो धारकों द्वारा राशन वितरण में धांधली के आरोप सही पाए गए।

हरियाणा के नूंह जिले में राशन वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली का खुलासा हुआ है। फिरोजपुर झिरका खंड के गांव पाठखोरी में राशन वितरण में अनियमितताओं की शिकायत के बाद, खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक ने तीन राशन डिपो धारकों अजीज, इम्तियाज और सुबान की राशन आपूर्ति को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है । यह कार्रवाई तब हुई जब गांव के लोगों ने सीधे प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर को जिला मुख्यालय नूंह में एक कार्यक्रम के दौरान इस धोखाधड़ी की शिकायत सौंपी।

मंत्री से की शिकायत

शिकायतकर्ताओं ने मंत्री को बताया कि अप्रैल का काफी राशन इन डिपो धारकों द्वारा वितरित नहीं किया गया था। चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने लाभार्थियों को धोखे से प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) मशीन पर अंगूठा लगवा लिया, लेकिन उन्हें राशन नहीं दिया। यानी, रिकॉर्ड में तो राशन वितरण दिखा दिया गया, लेकिन वास्तव में जरूरतमंदों को उनका हक नहीं मिला। लोगों की शिकायत की गंभीरता को देखते हुए खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने तत्काल प्रभाव से मामले की जांच के आदेश दिए। इसके बाद जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक गोयल ने इस मामले की गहनता से जांच की और कार्रवाई की।

जांच में सामने आई धांधली, अधिकारी पहुंचे गांव

मंत्री के आदेश के बाद जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (DFSC) ने खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी राजेश्वर मुदगिल को पाठखोरी के तीनों डिपो धारकों के विरुद्ध लगे आरोपों की जांच के लिए गांव भेजा। राजेश्वर मुदगिल ने पाठखोरी गांव पहुंचकर तीनों डिपो धारकों के खिलाफ लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों की विस्तार से जांच की। उन्होंने शिकायतकर्ताओं के बयान भी दर्ज किए, जिससे मामले की सच्चाई सामने आई। जांच के दौरान तीनों डिपो धारकों द्वारा राशन वितरण में धांधली किए जाने के आरोपों को सही पाया गया।

विभाग ने अब इन डिपो का वितरण कार्य अस्थायी रूप से आसपास के गांवों के अन्य डिपो धारकों को सौंपने का निर्णय लिया है, ताकि पाठखोरी के लोगों को जल्द से जल्द राशन मिल सके और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। यह कार्रवाई उन डिपो धारकों के लिए एक चेतावनी है जो गरीबों के हक का राशन हड़पने की कोशिश करते हैं।

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