कुरुक्षेत्र में बारिश का कहर: छत ढहने से पत्नी की मौत, पति गंभीर घायल

कुरुक्षेत्र में छत गिरने से पड़ा मलबा।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में बारिश के कारण एक मकान की छत भरभरा कर ढह गई, जिसमें सो रही 55 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुखद हादसे ने एक बार फिर पुराने और कमजोर मकानों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
सुबह 6 बजे हुआ हादसा, पड़ोसी बने मददगार
यह हृदय विदारक घटना शनिवार सुबह करीब 6 बजे शाहाबाद के रावा गांव में हुई। परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह जब सोमा देवी (55 वर्ष) और उनके पति मिया राम अपने घर के अंदर सो रहे थे, तभी अचानक मूसलाधार बारिश के चलते उनके कच्चे मकान की कड़ियों वाली छत भरभराकर गिर गई। छत गिरने की जोरदार आवाज सुनकर आसपास के पड़ोसी तुरंत मौके पर दौड़े आए। पड़ोसियों ने फुर्ती दिखाते हुए मलबे को हटाना शुरू किया और अपनी जान जोखिम में डालकर मलबे के नीचे दबे दंपती को बाहर निकाला। उनकी तत्परता के कारण मिया राम को समय पर मदद मिल पाई। यह बताता है कि संकट की घड़ी में सामुदायिक भावना कितनी महत्वपूर्ण होती है।
अस्पताल ले जाते समय महिला ने तोड़ा दम
पड़ोसियों और परिजनों की मदद से सोमा देवी और मिया राम को तुरंत शाहाबाद के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, सोमा देवी को बचाया नहीं जा सका और उन्होंने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इस खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वहीं, मिया राम को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज अभी भी सरकारी अस्पताल शाहाबाद में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है, लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है।
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि मानसून के दौरान पुराने और जीर्ण-शीर्ण मकानों में रहना कितना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन और स्थानीय निकायों को ऐसे मकानों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
बिजली गिरने से छत ढहने की आशंका
हादसे की शुरुआती जांच में कुछ महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं। जानकारी के मुताबिक, जिस मकान की छत गिरी है, वह पुराने तरीके से बनी हुई थी और कड़ियों पर टिकी थी। स्थानीय लोगों और परिजनों ने आशंका जताई है कि छत पर आसमानी बिजली गिरने के कारण यह हादसा हुआ होगा। बारिश के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं अक्सर होती हैं और यह कमजोर ढांचों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं। छत गिरने से घर के अंदर का सारा सामान मलबे के नीचे दब गया और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। यह परिवार पहले ही दुख और त्रासदी से जूझ रहा है और अब उन्हें अपने घर और सामान के नुकसान का भी सामना करना पड़ रहा है।
परिजनों ने पोस्टमॉर्टम से किया इनकार
इस दुखद घड़ी में, एक और जानकारी सामने आई है। मृतक महिला सोमा देवी के परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया है। आमतौर पर, ऐसे हादसों में मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जाता है, लेकिन परिजनों ने ऐसा न करने का फैसला किया है।