'ऑपरेशन सिंदूर' पर बोले शहीद लेफ्टिनेंट के पिता :: पहलगाम हमले के खिलाफ की गई कार्रवाई बिल्कुल सटीक थी

शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता।
भारतीय नौसेना के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के करनाल निवासी पिता राजेश नरवाल ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत सरकार की कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन के जरिए आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों, खासकर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया गया है।
पहलगाम हमले का करारा जवाब
राजेश नरवाल ने कहा कि पहलगाम हमले के खिलाफ की गई कार्रवाई बिल्कुल सटीक थी और वह इससे पूरी तरह सहमत हैं। उन्होंने कहा मैंने अपना इकलौता बेटा खोया है, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान यह समझ ले कि अब कोई चेतावनी नहीं दी जाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर का मकसद
गौरतलब है कि जम्मू के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे। वह अपनी शादी के महज छह दिन बाद अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून के लिए पहलगाम गए थे। इस हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से निशाना बनाया।
शहीद की पत्नी की अपील
विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने भी हमले के बाद देशवासियों से मुस्लिमों और कश्मीरियों के खिलाफ नफरत न फैलाने की अपील की थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति को दर्शाता है और यह स्पष्ट संदेश देता है कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसी भी आतंकी हमले का करारा जवाब देगा और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।