सेना भर्ती का फेक मैसेज: आर्मी की इमरजेंसी भर्ती के लिए पंजाब पहुंचे हजारों युवक लौटे मायूस

आर्मी की इमरजेंसी भर्ती के लिए पंजाब पहुंचे हजारों युवक लौटे मायूस
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आर्मी भर्ती का फेक मैसेज पढ़कर पंजाब के फिरोजपुर पहुंचे हरियाणा के विभिन्न जिलों के युवक।

भारत-पाक तनाव के बीच व्हाट्सएप पर फैले सेना भर्ती के फेक मैसेज ने हजारों युवाओं को परेशानी में डाल दिया। हरियाणा के कई जिलों से पंजाब के फिरोजपुर में युवा पहुंच गए। वहां जाकर पता चला कोई भर्ती नहीं है। अब पुलिस मैसेज भेजने वाले को ढूंढ रही है।

सेना भर्ती का फेक मैसेज : हरियाणा के कई जिलों से सैकड़ों युवा सेना में भर्ती होने के झांसे में पंजाब के फिरोजपुर स्थित ऐतिहासिक सारागढ़ी गुरुद्वारे पर सोमवार सुबह एकत्र हो गए। सेना भर्ती के नाम पर फैलाया गया एक फर्जी वॉट्सएप मैसेज इन युवाओं को इस भ्रम में ले आया कि सीमा पर तनाव के चलते आपातकालीन भर्ती की जा रही है। जब सच्चाई सामने आई तो मौके पर मौजूद पुलिस को भी हालात संभालने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। यह घटना ऐसे समय हुई है जब हाल ही में भारत द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में फिर से तनाव बढ़ा हुआ है। इसी पृष्ठभूमि में एक वॉट्सऐप मैसेज वायरल हुआ जिसमें कहा गया कि इच्छुक युवक 12 मई की सुबह 5 बजे तक आधार कार्ड के साथ फिरोजपुर के सारागढ़ी गुरुद्वारे पहुंचे, जहां सेना में सीधी भर्ती की जा रही है।

हरियाणा के कई जिलों से रातोंरात सफर कर पहुंचे पंजाब

हरियाणा के हिसार, भिवानी, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और रेवाड़ी जैसे जिलों से युवाओं की टोलियां रातभर यात्रा कर फिरोजपुर पहुंचीं। इनमें से कई युवकों ने बताया कि उन्होंने मैसेज को सेना की आधिकारिक सूचना मानकर तैयारी की थी। उनके मुताबिक यह जानकारी उन्हें अलग-अलग वॉट्सएप ग्रुपों से मिली थी।

युवाओं ने सोचा कि सीजफायर के चलते भर्ती रद्द हो गई

सुबह होते-होते जब सेना का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा, तो युवाओं के बीच भ्रम और असमंजस की स्थिति बन गई। युवाओं में चर्चा चली कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है, इसलिए शायद भर्ती रद्द कर दी गई हो। इसके विपरित कुछ ने खुद ही जांच-पड़ताल शुरू की। इसी बीच गुरुद्वारे के आसपास भीड़ बढ़ने पर स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया।

भीड़ देखकर प्रशासन ने मौके पर युवाओं को समझाया

फिरोजपुर पुलिस को जैसे ही बड़ी संख्या में युवाओं के एकत्र होने की सूचना मिली, इंटेलिजेंस यूनिट भी हरकत में आ गई। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया और भीड़ को समझाया कि ऐसी कोई भर्ती नहीं हो रही है। इसके बाद युवाओं को शांति से घर लौटने को कहा गया।

फेक मैसेज फैलाने वाले की पहचान कर रही पुलिस

फिरोजपुर के एसएसपी भूपिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है। देश की सुरक्षा से जुड़ी अफवाहें फैलाना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि कानूनी अपराध भी है। हमने जांच के आदेश दे दिए हैं और तकनीकी टीम मैसेज भेजने वाले का पता लगा रही है। वहीं, डीएसपी फतेह सिंह बराड़ ने बताया कि फेक मैसेज फैलाने वालों की पहचान के लिए स्पेशल ब्रांच और साइबर यूनिट की मदद ली जा रही है। जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा और उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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