किसानों की बढ़ेगी आय: रादौर में स्ट्रॉबेरी, नारायणगढ़ में लीची और हिसार में भी खुलेगा एक फल उत्कृष्टता केंद्र, नई तकनीक पर होगी खोज

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कुरुक्षेत्र के लाडवा फल केंद्र में पेड़ों की जांच करते अधिकारी। 

हरियाणा के लाडवा में 7वें फल मेले की शुरुआत हुई। इस दौरान उद्यान विभाग के एचओडी ने किसानों के लिए खोजी जा रही नई तकनीक व योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने किसानों को आमदनी बढ़ाने के तरीके बताए।

किसानों की बढ़ेगी आमदनी : हरियाणा में किसानों की आय बढ़ाने के लिए तीन नए फल उत्कृष्टता केंद्र खोले जाएंगे। रादौर में स्ट्रॉबेरी और नारायणगढ़ में लीची का केंद्र खोला जाएगा। इनके अलावा एक फल उत्कृष्ट केंद्र हिसार में खोलेंगे। इससे विभाग का उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उनको तकनीक के साथ नई पैदावार उत्पन्न करवाना है। प्रदेशभर उप उष्णकटिबंधीय फल केंद्र लाडवा सहित 14 केंद्र चल रहे हैं, जो अब बढ़कर 17 हो जाएंगे।

लाडवा में 7वें फल मेले की शुरुआत

उद्यान विभाग के एचओडी विशेष डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने शुक्रवार को उद्यान विभाग के उप उष्णकटिबंधीय फल केंद्र लाडवा में आयोजित 3 दिवसीय 7वें फल मेले की शुरुआत की। इस फल केंद्र में आयोजित किसानों की प्रदर्शन और बच्चों द्वारा बनाई गई रंगोली का निरीक्षण किया। इस दौरान डॉ. अर्जुन सिंह सैनी, कुलपति एसके मल्होत्रा, लाडवा फल केन्द्र के उपनिदेशक डॉ. राकेश कुमार, जिला बागवानी अधिकारी डॉ. शिवेन्दु ने आम प्रदर्शनी के साथ-साथ विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। इसके अलावा पौधा रोपित किया।

बागवानी के प्रति चार गुना रुचि बढ़ी

डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने कहा कि इस समय पिंजौर में सेब मंडी शुरू हो चुकी है और दूसरे चरण का काम चल रहा है। इसके अलावा गन्नौर में फल, फूल व सब्जी मंडी का 550 एकड़ में निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 10 वर्षों में बागवानी का क्षेत्र चार गुना तक बढ़ा है और सरकार द्वारा 97 लाख के बजट को बढ़ाकर 1068 करोड़ रुपए किया है। जिसका प्रयोग इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ बागवानी की फसलों को बढ़ाने में प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि 10 फीट दूरी की बजाय 3 फीट और 2 फीट की दूरी के बीच पौधा रोपित किया जा रहा है।

5 गांवों के 5- 5 किसानों को देंगे ट्रेनिंग

उन्होंने कहा कि पांच गांवों में पांच-पांच किसानों का चयन करके उन्हें पानी का सदुपयोग कैसे किया जाना और किन फलों की किस्म को कौन सी प्रणाली से तैयार करना है, इस बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत किसानों को धान की फसल छोड़कर सब्जी या बागवानी अपनाने पर प्रति एकड़ 8 हजार रुपए अतिरिक्त अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा बागवानी अपनाए जाने पर औसतन 50 हजार रुपए का अनुदान दिया जा रहा है, जोकि अलग-अलग फसलों पर अलग-अलग अनुदान की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को आमदनी बढ़ाने के लिए बागवानी, सब्जी, डेयरी और मछली पालन जैसी योजनाएं अपनानी चाहिए।

लाडवा में कम पानी की खेती पर रिसर्च

फल केंद्र लाडवा की स्थापना इंडो इजराइल योजना के तहत की गई है। इस योजना के तहत कम पानी में तकनीक के साथ कई फसलों के विभिन्न किस्म का उत्पादन किया जा रहा है। आज किसान अपनी पैदावार लेकर मेले में शामिल हुए हैं और इस मेले में आमजन को आमंत्रित किया गया है, ताकि वह अपनी दिनचर्या में पौष्टिक और शुद्ध पोषक तत्वों को शामिल कर सके।

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