चरखी दादरी का बेटा अपने जन्मदिन पर शहीद : लेह-लद्दाख में झील में डूबा, गांव में मातम, NDRF ने चलाया सर्च ऑपरेशन

चरखी दादरी का बेटा अपने जन्मदिन पर शहीद : हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव काकड़ौली हुक्मी का जवान नवीन श्योराण लेह-लद्दाख में देशसेवा के दौरान शहीद हो गया, 25 वर्षीय जवान भारतीय वायुसेना में चार वर्षों से सेवाएं दे रहे थे और वर्तमान में लेह के दुर्गम क्षेत्र में तैनात थे। रविवार को अपने जन्मदिन के दिन वह झील में नहाने गए, जहां दलदल में फंसकर वह बाहर नहीं निकल पाए और पानी उसके शरीर में भर जाने से उनकी मौत हो गई।
परिवार और गांव में इस असामयिक निधन से शोक की लहर है। आज मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
झील में डूबकी लगाते समय हुआ हादसा
सूत्रों के अनुसार नवीन श्योराण अपने स्टेशन के पास स्थित झील में नहाने गया था। पानी में डूबकी लगाने के दौरान वह दलदल में फंस गया और वहां से निकल नहीं सका। काफी देर तक जब वह नहीं लौटा तो साथियों ने जानकारी दी। सूचना पर एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। बाद में नवीन का शव झील से बरामद किया गया।
दादरी से लेह तक की वीर यात्रा
नवीन श्योराण साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता सतीश श्योराण और दादा धर्मसिंह खेती-किसानी से जुड़े रहे हैं, जबकि उनके दादा भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं। दादा से ही नवीन को देश सेवा की प्रेरणा मिली थी। चार साल पहले भारतीय वायुसेना में भर्ती होकर नवीन ने अपने सपनों को साकार किया।
दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र लेह-लद्दाख में तैनाती के बावजूद नवीन ने कभी हार नहीं मानी और पूरी निष्ठा से अपना फर्ज निभाया। उनकी वीरता और सेवा भावना पूरे गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
परिवार और गांव में पसरा मातम
नवीन के निधन की सूचना मिलते ही गांव काकड़ौली हुक्मी में मातम छा गया। ग्रामीणों की आंखें नम हो गईं और हर किसी के दिल में एक ही बात थी – 'नवीन देश का सच्चा सपूत था'। गांव के वरिष्ठजन, रिश्तेदार और युवा बड़ी संख्या में पार्थिव शरीर के स्वागत के लिए तैयार हैं। उनका अंतिम संस्कार गांव में पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। नवीन का बड़ा भाई नितिन श्योराण कानून की पढ़ाई कर रहा है। परिवार के अनुसार, नवीन शुरू से ही पढ़ाई में होशियार और अनुशासनप्रिय था। देशसेवा उसका सपना था जिसे उसने पूरा किया, भले ही उसकी यात्रा अल्पकालिक रही।
सरकार और सेना ने जताया शोक
हरियाणा सरकार और भारतीय वायुसेना की ओर से नवीन के बलिदान पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है। प्रशासनिक अधिकारी और सेना के उच्च अधिकारी पार्थिव शरीर के साथ गांव पहुंचेंगे और शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि देंगे। सरकार की ओर से परिवार को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिया गया है।