हरियाणा के लांस नायक की पंजाब में शहादत: कपूरथला में ड्यूटी पर जवान को लगी गोली, 4 मई को बेटे का जन्मदिन मनाकर लौटे थे वापस

कपूरथला में ड्यूटी पर जवान को लगी गोली, 4 मई को बेटे का जन्मदिन मनाकर लौटे थे वापस
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हरियाणा के चरखी दादरी का जवान मनोज फोगाट पंजाब में ड्यूटी के दौरान हुआ शहीद, परिवार के साथ फाइल फोटो।

हरियाणा के चरखी दादरी जिले के समसपुर गांव के रहने वाले लांसनायक मनोज फोगाट पंजाब के कपूरथला में ड्यूटी के दौरान गोली लगने से वीरगति को प्राप्त हो गए। वे 4 मई को ही बेटे का जन्मदिन मनाकर गांव से लौटे थे।

हरियाणा के लांस नायक की पंजाब में शहादत : हरियाणा के चरखी दादरी जिले के समसपुर गांव के वीर जवान लांसनायक मनोज फोगाट ने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। वे पंजाब के कपूरथला में तैनात थे, जहां गुरुवार सुबह ड्यूटी के दौरान गोली लगने से उनकी मौत हो गई। सेना की ओर से अभी तक गोली लगने के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। 34 वर्षीय मनोज की शहादत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

गांव के ही सूबेदार के पास आया फोन तो शहादत का पता चला

गुरुवार सुबह करीब 6:10 बजे गांव के ही सूबेदार योगेंद्र को सेना की ओर से फोन आया, जिसमें मनोज को गोली लगने की सूचना दी गई। योगेंद्र पहले मनोज की यूनिट में ही तैनात रह चुके हैं। जैसे ही यह खबर फैली, गांव के लोग इकट्ठा होना शुरू हो गए। काफी देर तक घर पर इसकी जानकारी नहीं दी गई शहीद के परिवार के घर पहुंचने लगे, जबकि कुछ ग्रामीण जानकारी लेने के लिए कपूरथला रवाना हो गए।

दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया, पिता व भाई की भी हो चुकी मौत

मनोज फोगाट अपने पीछे पत्नी रेखा, 8 साल की बेटी दीक्षा और 6 साल का बेटा प्रिंस छोड़ गए हैं। उनके परिवार में पहले ही कई त्रासदियां घट चुकी हैं। पिता रणबीर का निधन करीब एक दशक पहले हार्ट अटैक से हुआ था, जबकि भाई कर्मपाल की मौत रेल हादसे में हुई थी और बहन का भी बीमारी के चलते निधन हो गया था। परिवार की पूरी जिम्मेदारी मनोज के कंधों पर थी।

2 मई को बेटे का जन्मदिन मनाने आए थे गांव

2 मई को बेटे प्रिंस का जन्मदिन मनाने के लिए मनोज कुछ दिनों की छुट्टी पर घर आए थे। भारत-पाक तनाव की वजह से उन्हें छुट्टी खत्म होने से पहले ही वापस बुला लिया गया था। वे 4 मई को वापस अपनी ड्यूटी पर लौटे थे। किसी ने नहीं सोचा था कि यह उनकी अंतिम विदाई होगी।

2011 में सेना की ग्रेनेडियर रेजिमेंट में हुए थे भर्ती

मनोज फोगाट ने दादरी जनता कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। साल 2011 में वे भारतीय सेना की ग्रेनेडियर रेजिमेंट में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे और अपनी मेहनत और समर्पण से लांसनायक के पद तक पहुंचे। समसपुर गांव में जैसे ही मनोज के शहीद होने की खबर पहुंची, पूरा माहौल गमगीन हो गया। उनके एक करीबी मित्र हरेंद्र ने बताया कि मनोज जब भी छुट्टियों में आते थे तो गांव के हर बुजुर्ग और युवा से मिलकर जाते थे। वे बेहद मिलनसार, जिम्मेदार और जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे। मनोज के शहीद होने की खबर के बाद गांव में किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला। लोग उनके साहस और बलिदान की चर्चा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दी श्रद्धांजलि

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लांसनायक मनोज फोगाट को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि गांव समसपुर के वीर सपूत मनोज फोगाट देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। मैं शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर उन्हें इस दुःख को सहने की शक्ति दें।

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