सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव: हरियाणा के मॉडल स्कूलों में अब अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई, 12,320 शिक्षकों की विशेष परीक्षा

जानकारी देते हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. पवन कुमार।
हरियाणा सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने और सरकारी स्कूलों को निजी व कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है। इसके तहत राज्य के पीएमश्री स्कूल और मॉडल संस्कृति स्कूलों में अब छात्रों को शुरू से ही बेहतर और अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्रदान की जाएगी। इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने के लिए इन विशेष स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों के लिए एक कड़ी चयन प्रक्रिया अपनाई गई है।
12,320 शिक्षकों ने दी विशेष पात्रता परीक्षा
इस नई व्यवस्था के तहत हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इन खास स्कूलों में तैनाती के लिए 12,320 उम्मीदवारों की एक विशेष पात्रता परीक्षा आयोजित की है। यह परीक्षा प्रिंसिपल, हेडमास्टर, प्राइमरी टीचर (पीआरटी), पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी), और ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) जैसे विभिन्न पदों के लिए ली गई है। बोर्ड चेयरमैन डॉ. पवन कुमार और सचिव मुनीष नागपाल ने बताया कि परीक्षा कुल 6 प्रमुख शहरों अंबाला, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, गुरुग्राम और करनाल में 42 परीक्षा केंद्रों पर सफलतापूर्वक संपन्न कराई गई।
पारदर्शी परीक्षा के लिए कड़े इंतजाम
परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने कड़े इंतजाम किए थे। हर परीक्षा केंद्र पर एक नोडल अधिकारी और एक पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) तैनात किया गया था। प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया गया। प्रश्न पत्र सुबह 4 बजे ही छह शहरों में जीपीएस तकनीक से भेजी गई विशेष गाड़ियों के माध्यम से पहुंचाए गए। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यदि प्रश्न पत्र ले जाने वाली गाड़ी एक मिनट के लिए भी कहीं रुकती तो इसकी जानकारी तुरंत बोर्ड को मिल जाती और संबंधित अधिकारियों से इसका कारण पूछा जाता। इसके अतिरिक्त, जिला शिक्षा अधिकारियों की उड़नदस्ता टीमें भी लगातार निगरानी में तैनात थीं। इन सभी कडेह कदमों का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना और परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकना है।
55 वर्ष से अधिक उम्र के 88 अध्यापकों को रोल नंबर जारी नहीं
इस विशेष परीक्षा के लिए 88 ऐसे अध्यापकों को रोल नंबर जारी नहीं किए गए हैं, जिनकी आयु 55 वर्ष से अधिक थी। यह निर्णय शिक्षा विभाग की नई ट्रांसफर नीति के तहत लिया गया है, जिसका उद्देश्य संभवतः इन विशेष स्कूलों में युवा और अधिक सक्रिय शिक्षकों को लाना है। कुल 12,320 अध्यापकों ने इन विशेष स्कूलों में तैनाती के अवसर के लिए यह परीक्षा दी है।
परीक्षा परिणाम 5 जुलाई को, HTET तिथियों में बदलाव संभव
बोर्ड चेयरमैन डॉ. पवन कुमार ने बताया कि इन विशेष परीक्षाओं के परिणाम 5 जुलाई को घोषित कर दिए जाएंगे। उन्होंने परीक्षा के पैटर्न के बारे में भी जानकारी दी। एलिमैंट्री हेडमास्टर और पीआरटी पदों के लिए परीक्षा 70 नंबर की थी, जबकि अन्य पदों (प्रिंसिपल, पीजीटी, टीजीटी) के लिए यह 60 नंबर की थी।
परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की संख्या
• प्रिंसिपल पद: 311 परीक्षार्थी
• पीजीटी पद: 6799 परीक्षार्थी
• टीजीटी पद: 2524 परीक्षार्थी
• पीआरटी पद: 2636 परीक्षार्थी
• एलिमैंट्री स्कूल हेड पद: 50 परीक्षार्थी
HTET परीक्षा तिथियों में संभावित बदलाव
26 और 27 जुलाई को होने वाली हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (HTET) को लेकर भी बोर्ड चेयरमैन ने एक महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि HTET परीक्षा फिलहाल अपनी निर्धारित तिथि पर ही होगी, लेकिन इन्हीं तारीखों को राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) भी होने वाली है। इस टकराव को देखते हुए, बोर्ड ने राज्य सरकार को इस संबंध में लिखकर भेजा है। राज्य सरकार की अनुशंसा पर HTET की तिथियों में बदलाव की संभावना भी हो सकती है।
यह परीक्षा उन अध्यापकों के लिए महत्वपूर्ण अवसर है, जिन्हें प्रदेश के 218 मॉडल संस्कृति स्कूलों और 250 पी.एम. श्री स्कूलों में पढ़ाने का अवसर मिलेगा, बशर्ते वे इस परीक्षा में मेरिट में आएं। यह कदम हरियाणा में सरकारी शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक प्रयास है।