पिता ने 3 बेटियों को जहर खिलाकर जान दी: भिवानी से MP शादी में गया था परिवार, पत्नी से हुआ था झगड़ा

हरियाणा के भिवानी जिले से मध्य प्रदेश के दमोह गए एक परिवार में भयानक त्रासदी हुई है, यहां एक व्यक्ति ने अपनी तीन मासूम बेटियों को जहर खिलाने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। इस हृदयविदारक घटना में चारों की मौत हो गई। यह परिवार अपनी पत्नी के भाई की शादी में शामिल होने के लिए ससुराल गया था।
पत्नी ने बारात में जाने नहीं दिया था
शादी के दौरान व्यक्ति का अपनी पत्नी से शराब पीकर झगड़ा हो गया था, जिसके कारण पत्नी ने उसे बारात में जाने नहीं दिया। कुछ दिन तक तो सब ठीक रहा, लेकिन मंगलवार को उसने अपनी तीन छोटी बेटियों - डेढ़ साल की महक, पांच साल की खुशी और सात साल की खुशबू को समोसे खिलाने के बहाने बाजार ले गया और फिर उन्हें जहर दे दिया। महक और खुशी ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि खुशबू ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में अंतिम सांस ली।
पत्नी ने सुनाई दर्दनाक कहानी
मृतक विनोद की पत्नी जूली अहीरवाल ने बताया कि उनके भाई की शादी 5 मई को थी और वह अपनी तीनों बेटियों के साथ 11 अप्रैल को अपने मायके मध्य प्रदेश के दमोह के मुहरई गांव आई थीं। उनके पति विनोद 25 अप्रैल को आए थे।
जूली ने बताया कि बारात के दिन उनके पति ने शराब पीकर झगड़ा किया, जिसके कारण उन्होंने उसे बारात में नहीं जाने दिया। इसके बाद भी उन्होंने दो-तीन दिन और शराब पी। परिवार के लोगों के समझाने पर वह कुछ दिन ठीक रहे, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 9 बजे वह रोज की तरह बेटियों को समोसा खिलाने के बहाने पड़ोसी गजेंद्र की बाइक लेकर गए थे। कुछ देर बाद पड़ोसी बाइक लेकर वापस आ गया, लेकिन जब जूली ने अपने पति और बच्चों के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वे तालाब पर बैठे हैं।
काफी देर तक जब चारों वापस नहीं लौटे तो जूली ने अपने छोटे भाई को उन्हें देखने के लिए भेजा। तभी सामने से कुछ मोहल्ले के लड़के आए और उन्होंने बताया कि जूली के बच्चे और पति तालाब किनारे तड़प रहे हैं। जब परिजन वहां पहुंचे तो सभी तड़प रहे थे।
सास ने लगाया दामाद पर आरोप
मृतक की सास जसोदा बाई ने कहा कि उनका दामाद बहुत शराब पीता था और शराब पीकर अक्सर झगड़ा करता था। उन्होंने उसे कई बार समझाया, लेकिन वह नहीं माना। उन्होंने कहा कि मंगलवार को तो कोई बात भी नहीं हुई थी। वह रोज की तरह बेटियों को बाजार लेकर गया और तालाब पर ले जाकर उन्हें कुछ खिला दिया और खुद भी खा लिया। जसोदा बाई ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि उसने ऐसा क्यों किया।
भाई ने बताया आर्थिक तंगी का हाल
मृतक विनोद के भाई सूरजा ने बताया कि वे कुल 10 भाई-बहन हैं, जिनमें दो बहनें और आठ भाई हैं। विनोद सबसे छोटा था और उसकी शादी करीब 10 साल पहले हुई थी। शादी के बाद विनोद की तीन बेटियां हुईं। सूरजा ने आगे बताया कि विनोद के हिस्से में करीब ढाई कनाल जमीन आती थी और वह पट्टे पर जमीन लेकर भी खेती करता था। परिवार का पालन-पोषण करने के लिए वह डंपर भी चलाता था, लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर ही थी, जिसके कारण वह गांव में मनरेगा योजना के तहत काम भी ढूंढ रहा था।
विनोद परिवार के साथ अलग रहता था
सूरजा ने बताया कि वे सभी भाई अलग-अलग रहते हैं, इसलिए विनोद भी अपने परिवार के साथ अलग ही रहता था। पहले उसकी पत्नी और बेटियां ससुराल गईं और फिर वह भी चला गया, इसलिए उसका घर भी बंद है। सूरजा ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब सवा दो बजे फोन पर सूचना मिली कि विनोद ने जहर खा लिया है और उसकी मौत हो गई है। उन्होंने अपने ससुराल वालों से ही कहा है कि वे उसके और बच्चों के शवों को गांव भेज दें, क्योंकि अगर परिवार वहां से जाएगा तो ज्यादा समय लगेगा और शव भी खराब हो सकते हैं।