भिवानी की बहू ने अमेरिका में जीता गोल्ड: दर्शना घनघस बोलीं- मां ने जन्म दिया, सास ने आसमान में उड़ना सिखाया

भिवानी में बॉक्सर दर्शना घनघस को सम्मानित करते ग्रामीण।
मिनी क्यूबा के नाम से मशहूर भिवानी की खेल प्रतिभाओं ने एक बार फिर दुनिया में अपनी धाक जमाई है। इस बार यह कारनामा यहां की बहू ने कर दिखाया है। हम बात कर रहे हैं भिवानी के गांव धनाना की बॉक्सर बहू दर्शना घनघस की। दर्शना ने अमेरिका में हुई वर्ल्ड पुलिस-फायर गेम में 54 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर भारत, हरियाणा और ससुराल का नाम रोशन किया है। उनकी ऐतिहासिक जीत पर उनका धनाना के जाटू खाप 84 के चबूतरे पर जोरदार स्वागत किया गया, जिसमें सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
मुझे परिवार का पूरा सहयोग मिला
अपनी इस शानदार जीत का श्रेय देते हुए बॉक्सर दर्शना घनघस ने भावुक होकर कहा मुझे पुलिस विभाग और परिवार का पूरा सहयोग मिला। मेरी असल मां ने मुझे जन्म दिया परंतु सपने साकार करना मेरी सासू मां ने सिखाया। मेरी सास ने मुझे आसमान में उड़ना सिखाया। दर्शना ने आगे कहा कि उनकी सास ने जो सपने संजोए थे, उन्हें आज उन्होंने पूरा किया है। यह दर्शाता है कि कैसे एक परिवार का समर्थन किसी खिलाड़ी को बड़ी सफलता हासिल करने में मदद कर सकता है। दर्शना ने अब अपने अगले लक्ष्य की घोषणा करते हुए बताया कि वह अब एशियन गेम की तैयारी करेंगी।
किसानों, जवानों और पहलवानों की भूमि
दर्शना के सम्मान समारोह में पहुंचे भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने हरियाणा की धरती की सराहना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा किसानों, जवानों और पहलवानों की भूमि है। सांसद ने इस बात पर जोर दिया कि हाल के दिनों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने लगातार मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है, जिसमें बेटों के साथ-साथ बेटियों का भी बड़ा योगदान रहा है। चौधरी धर्मबीर सिंह ने उम्मीद जताई कि दर्शना एक दिन ओलंपिक में मेडल जीतकर देश और बेटियों का गौरव बढ़ाएंगी। उन्होंने दर्शना की उपलब्धि को नारी शक्ति का एक बड़ा उदाहरण बताया, जो दिखाती है कि अगर मौका और सहयोग मिले तो बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।
दर्शना की जीत का महत्व
दर्शना घनघस की यह जीत न केवल उनके परिवार और गांव के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह हरियाणा और पूरे देश की उन बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है जो खेलों में अपना करियर बनाना चाहती हैं। वर्ल्ड पुलिस-फायर गेम में गोल्ड मेडल जीतना एक बड़ी उपलब्धि है, खासकर जब यह एक ऐसे खेल में हो जहां शारीरिक शक्ति और मानसिक दृढ़ता की आवश्यकता होती है। दर्शना ने यह साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि निश्चित रूप से अन्य महिला खिलाड़ियों को भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगी।