अटेली नपा का खेल: पिता पूरी करेंगे बेटे की अधूरी मुहिम, मृत बता बंद की फाइल, समारोह स्थल करना था सील

Atali NP
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अटेली नगर पालिका कार्यालय।

अटेली नप सचिव ने जिस समारोह स्थल को अपनी जांच में अवैध बताया, उसे सील करने की बजाय नपा ने सीएम विंडो के शिकायतकर्ता को मृत बताकर फाइल को बंद कर दिया।

हरियाणा में महेंद्रगढ़ की अटेली नगर पालिका ने सरकार के प्रमुख पोर्टल में से एक सीएम विंडो के शिकायतकर्ता के साथ ही खेल कर दिया। शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय नपा प्रशासन द्वारा अपने बेटे को ही मृत बताकर फाइल बंद करने की हकीकत सामने आई तो पिता ने अधिकारियों को पत्र लिखकर नपा की कार्रवाई पर आपत्ति दर्ज करवाई। बेटे की मौत के बाद उसकी शिकायत को बंद करने से खफा पिता ने अब बेटे की मुहिम को अंजाम तक पहुंचाने का प्रण लिया है।

फरवरी 2020 में सीएम विंडो पर दी थी शिकायत

जानकारी के अनुसार राजीव राय ने अटेली के रेवाड़ी रोड पर चल रहे मिलन गार्डन समारोह स्थल को अवैध बताते हुए फरवरी 2020 में सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज करवाई थी। मामला सुर्खियों में आने के बाद नपा सचिव ने मामले की जांच करवाई। अपनी रिपोर्ट में नपा सचिव ने समारोह स्थल को अवैध करार देते हुए जज्द सील करने की बात कही थी। सीएम विंडो की शिकायत पर एडीजीपी सीआईडी ने भी समारोह स्थल को अवैध बताते हुए सील करने की सिफारिश की थी। इसके बावजूद समारोह स्थल को सील नहीं किया गया।

डीटीपी ने भी कार्रवाई के लिए नपा को लिखा पत्र

सीएम विंडो पर शिकायत पहुंचने व मामला सुर्खियों में आने के बाद जिला नगर योजनाकार ने भी अपने स्तर पर मामले की जांच की। डीटीपी की जांच में सामने आया कि समारोह स्थल अवैध है। इसके लिए न तो सीएलयू लिया गया था और न ही भवन का नक्शा पास करवाया गया था। डीटीपी ने बिना अनुमति के बनाए गए बनाए गए समारोह स्थल के खिलाफ धारा 7, 1 व 7ए के तहत कार्रवाई करने के लिए नगर पालिका अटेली को पत्र लिखा। नगर पालिका के कानूनी सलाहकार ने भी इस बैंकेट हॉल को सील करने की कानूनी सलाह दी थी। इसके बावजूद नपा ने समारोह स्थल को सील नहीं किया।

पिता ने यह लगाया आरोप

होशियार सिंह ने बताया कि नपा सचिव ने 7 अक्टूबर 2020 को पत्र क्रमांक 406 को एक नोटिस तो जारी किया, परंतु समारोह स्थल को आज तक सील नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नपा अधिकारियों ने समारोह स्थल संचालक के साथ मिलीभगत कर समारोह स्थल को सील करने की बजाय उनके बेटे की मृत्यु का हवाला देकर सीएम विंडो शिकायत को ही बंद करने की रिपोर्ट कर दी। जो डीसी के आदेशों एवं कानून का स्पष्ट उल्लंघन है। नियमों के विरूद्ध बनाए गए समारोह स्थल सील होना चाहिए थे। होशियार सिंह ने कहा कि उनके बेटे ने जो मुहिम शुरू की थी, अब वह उसे अंजाम तक लेकर जाएंगे। भले ही उन्हें इसके लिए हाईकोर्ट का दरवाजा ही क्यों न खटखटाना पड़े।

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