नीट यूजी की परीक्षा में धांधली: पांच लाख लेकर कॉलेज में दिलाते थे दाखिला, तीन आरोपी गिरफ्तार

NEET UGC Fraud Case: नोएडा पुलिस ने नीट यूजीसी की परीक्षाओं में धांधली कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने नोएडा के सेक्टर तीन से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से फॉर्च्यूनर कार समेत कई मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। जानकारी के अनुसार, आरोपी छात्रों को परीक्षा में पास कराने का लालच देते थे और उसके बदले में उनसे भारी रकम वसूलते थे।
आरोपियों की हुई पहचान
गिरफ्तार हुए तीन आरोपी दिल्ली के निवासी हैं। आरोपियों की पहचान लक्ष्मीनगर निवासी विक्रम कुमार साह, शिवपुरी वेस्ट अनिकेत कुमार, सागरपुर निवासी धर्मपाल सिंह के रूप में हुई है। आरोपियों ने सेक्टर तीन में बकायदा ऑफिस बना रखा था, जहां वह ठगी का काम करते थे।
मुखबिर द्वारा मिली सूचना
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्रा ने बताया कि इस मामले की सूचना उन्हें एक मुखबिर के माध्यम से मिली थी। मुखबिर ने बताया कि रविवार को आयोजित होने वाली नीट यूजी की परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के परिजनों से आरोपियों ने परीक्षा में पास कराने के लिए मोटी रकम की मांग की थी।
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एसटीएफ ने तीनों आरोपियों को पकड़ा
सूचना की जानकारी मिलने के बाद ही एसटीएफ नोएडा की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और उपरोक्त तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ की गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के पास से छह कॉलिंग मोबाइल फोन, चार निजी मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, अभ्यर्थियों की डेटा शीट, पेन कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, चेकबुक, एप्पल मैकबुक समेत एक फॉर्च्यूनर कार बरामद हुई है।
पुलिस की पूछताछ जारी
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद दो आरोपी दिल्ली आए। यहां इनकी मुलाकात धर्मपाल सिंह नाम के युवक से हुई। इसके बाद तीनों ने साथ मिलकर पहले एडमिशन व्यू नाम से एक कंपनी बनाई। साथ ही एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों का डेटा इकट्ठा करके उनको कॉल करके एडमिशन कराने का झांसा देकर ठगी का काम करने लगे। ये आरोपी एक अभ्यर्थी को पास कराने के लिए पांच लाख की मांग करते थे। रकम एकाउंट और पीडीसी चेक के माध्यम से लेते थे। वे परीक्षार्थियों को कुछ प्रश्न-उत्तर परीक्षा से पहले बता देते थे। साथ ही उन्हें कहते थे कि कुछ सवालों के जवाब दें बाकी खाली छोड़ दें।
पकड़े जाने के डर से बदली कंपनी
इनकी पुरानी कंपनी थी, जिसके जरिए ये फर्जीवाड़ा करते थे। हालांकि उस कंपनी के नाम पर कई जगहों पर शिकायत दर्ज हो गई थी, जिसके बांने साल 2023 में एक नई कम्पनी बनाई। इन्होंने इस कंपनी का नाम श्रेयानवी एडु ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड रखा। इस कंपनी का नोएडा सेक्टर-3 के पते पर रजिस्ट्रेशन कराकर पुनः धोखाधडी का काम करने लगे। एग्जाम में पास कराने के नाम पर दोबारा ठगी का काम करने लगे।
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(Edited By: Sapna Kumari)