Noida News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर बढ़ेंगे सुरक्षा इंतजाम, सड़क हादसों पर लगेगी नकेल!

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे ने भले ही वाहनों की रफ्तार को बढ़ा दिया है, लेकिन कई खामियों के चलते हादसे भी हो रहे हैं। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने इन हादसों पर नकेल कसने के लिए नए सिरे से सुरक्षा उपाय लागू करने का फैसला किया है। इसके लिए बाकायदा टेंडर जारी किया गया है। अधिकारियों की मानें तो 15 मई को टेंडर खुलेंगे, जिसके बाद इस एक्सप्रेसवे पर बड़े पैमाने के सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे में कई खामियां
मीडिया रिपोर्ट्स में शहरी एवं पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्रीय केंद्र ने यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक ऑडिट किया गया था। इस ऑडिट में पाया गया कि एक्सप्रेसवे पर कई खामियां मिली हैं, जो कि हादसे का सबब बन सकती हैं। यहां कई एंट्री और एग्जिट प्वाइंट के साइन बोर्ड तक नहीं लगे हैं। कहीं रोशनी भी पर्याप्त नहीं है। लेन डिवाइडर, कैट आई रिफ्लेक्टर में कमियां पाने के साथ ही यह भी पाया है कि दिशा सूचक या तो गायब थे या तो फीके थे। रिपोर्ट में कहा गया कि इन सभी खामियों का जल्द से जल्द निपटान होना चाहिए।
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नोएडा प्राधिकरण ने निकाला टेंडर
इस हाई स्पीड कॉरिडोर की कुल लंबाई 24 किलोमीटर है। इसमें से 4 किलोमीटर हिस्सा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आता है, जबकि शेष 20 किलोमीटर लंबा हिस्सा नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने इस एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा उपाय लागू करने का फैसला ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया कि इसके लिए 15 मई तक के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इसके बाद आगे की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
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आरआरसी मानकों का होगा पालन
इस एक्सप्रेसवे पर जो भी कार्य किए जाएंगे, उनमें भारतीय सड़क कांग्रेस यानी आईआरसी के नियमों का पालन किया जाएगा। जिस भी कंपनी को यह जिम्मेदारी मिलेगी, उसे तय समय के भीतर कार्य पूरा करना होगा। अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती कार्य के लिए 8 करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसके बाद जो भी आवश्यकता होगी, उसके अनुरूप सुरक्षा उपायों में इजाफा करते रहेंगे।