तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ आक्रोश: दिल्ली में इकट्ठा हुए 24 राज्यों के व्यापारी संगठनों के नेता, सर्वसम्मति से लिए ये फैसले

Confederation of All India Traders
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भाजपा नेता प्रवीण खंडेलवाल। 

अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ के नेतृत्व में आज दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मेलन का आह्वान किया गया। इसमें राज्य के 24 राज्यों से आए व्यापारी संगठनों के नेताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान कई प्रस्ताव पास किए गए।

भारत के खिलाफ पाकिस्तान को सैन्य हथियार उपलब्ध कराने के लिए तुर्की और अजरबैजान को लेकर देशभर के व्यापारियों में गुस्सा है। ऐसे में तुर्की और अजरबैजान को सबक सिखाने के लिए अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ के नेतृत्व में आज दिल्ली में व्यापारियों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आह्वान किया गया। सम्मेलन में 24 राज्यों के व्यापारी संगठनों के नेता शामिल हुए। व्यापारी संगठनों ने सामुहिक प्रस्ताव पास किया।

भाजपा नेता प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि व्यापारियों ने फैसला लिया है कि तुर्की और अजरबैजान से किसी प्रकार का व्यापार नहीं किया जाएगा। वजह स्पष्ट है कि उन्होंने भारत के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जो देश भारत का विरोध करेगा, उसके साथ व्यापार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में एक रिज्यूलेशन भी पास किया है। बॉलीवुड से आग्रह किया है कि तुर्की और अजरबैजान में फिल्म की शूटिंग न करें। अगर शूटिंग करते हैं, तो उस फिल्म का विरोध किया जाएगा। इसके अलावा, कई कंपनियां अपने उत्पाद का प्रचार करने के लिए भी तुर्की या अजरबैजान में शूटिंग करती है, तो उन उत्पादों का भी बहिष्कार किया जाएगा।

नुकसान नहीं देश का सम्मान जरूरी

इंडस्ट्रियल एरिया मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन ने भी तुर्की और अजरबैजान से व्यापार न करने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील अरोड़ा का कहना है कि गाजियाबाद में 20000 उद्योग हैं। तुर्की और अजरबैजान से कारोबार नहीं करेंगे, जिससे उन्हें 1000 करोड़ का नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय व्यापारियों को भी नुकसान होगा, लेकिन उद्यमी देशहित और देश के सम्मान के लिए तुर्की और अजरबैजान से व्यापार न करने की मांग के साथ खड़े हैं।

भारतीय फिल्म उद्योग ने भी तुर्की का किया बहिष्कार

अखिल भारतीय सिने वर्कर्स एसोसिएशन ने भी तुर्की का बहिष्कार कर दिया है। AICWA ने अपने बयान में लिखा कि हम हमेशा से राष्ट्र के साथ खड़े हैं। तुर्की का पाकिस्तान के साथ खुला गठबंधन, विशेषकर आतंक और अस्थिरता के समय में, इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। भारतीय फिल्म उद्योग ऐसे किसी देश का समर्थन या किसी प्रकार से जुड़ाव नहीं रखेगा, जो कि भारत की संप्रभुता के खिलाफ खड़ा हो।

उधर, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलाइज ने अपनी पोस्ट में भारतीय निर्माता निर्देशकों से तुर्की में शूटिंग से बचने की हिदायत दी है। बताया गया है कि तुर्की पाकिस्तान के साथ खड़ा है, ऐसे में भारतीय कलाकारों की सुरक्षा में खामी हो सकती है।

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