Saqib Nachan Death: मुंबई ब्लास्ट के दोषी और महाराष्ट्र ISIS मॉड्यूल के सरगना की मौत, ब्रेन हैमरेज के कारण गई जान

मुंबई हमले के दोषी साकिब नाचन की मौत।
Saqib Sachan Death: आतंकवाद की दुनिया में सक्रिय रहने वाले, आतंकवाद के कई मामलों में दोषी और महाराष्ट्र ISIS मॉड्यूल के प्रमुख 57 वर्षीय साकिब नाचन की 29 जून, शनिवार को मौत हो गई। ब्रेन हैमरेज के कारण उसे सोमवार को तेहाड़ जेल से डीडीयू ले जाया गया। हालांकि उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद उसे बुधवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान शनिवार को उसकी हालत बिगड़ती गई और दोपहर 12.10 बजे उसकी मौत हो गई।
बता दें कि साकिब नाचन को साल 2002-03 मुंबई ब्लास्ट मामले में दोषी ठहराया गया था। इसके बाद से ही वो सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर था। साकिब पर SIMI (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े होने और भारत में ISIS की आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने का भी आरोप था।
जानकारी के अनुसार, साल 2023 में NIA ने पूरे भारत में ISIS के आतंकियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था। इस दौरान नाचन को 15 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया। साकिब नाचन महाराष्ट्र के ठाणे के पडघा का रहने वाला था।
पुलिस ने बताया कि साकिब नाचन का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसका शव उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। आज रविवार को उसके पैतृक गांव पडघा में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बता दें कि साकिब नाचन को साल 2002-03 मुंबई ब्लास्ट मामले में दोषी ठहराया गया था। 2016 में उसे सजा सुनाई गई और वो 2017 को रिहा हो गया। इसके बाद वो आतंकवादी गतिविधियों में फिर से सक्रिय हो गया और ISIS से जुड़ गया। इसके बाद वो SIMI जैसे प्रतिबंधित संगठन का नेता रहा। फिर भारत में ISIS की विचारधारा को फैलाने लगा और युवाओं का माइंडवॉश कर उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल करता रहा।
वो युवाओं को 'सबाथ' (ISIS की एक दीक्षा पद्धति) देकर आतंकी हमलों के लिए तैयार किया करता था। इतना ही नहीं उसने अपने गांव को 'अल-शाम' यानी सीरिया घोषित कर दिया। उसने कहा कि यहां पर भारतीय कानून नहीं चलेगा, केवल शरिया कानून ही चलेगा। साल 2023 में NIA ने नाचन को 15 अन्य लोगों के साथ महाराष्ट्र के पडघा से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के दौरान साकिब नाचन के घर की तलाशी ली गई, जहां से गोला-बारूद, हथियार, नकदी और कट्टरपंथी वाले साहित्य बरामद हुए। NIA ने इस मामले की जांच की, जिस दौरान पता चला कि वो सीरिया के ISIS के टॉप हैंडलर्स के संपर्क में था।