जशपुर पुलिस की मानवता: एक साल से सड़कों पर घूम रही विक्षिप्त महिला को इलाज कराकर परिजनों से मिलाया

विक्षिप्त महिला
खुर्शीद कुरैशी- जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पुलिस ने मानवता का अनूठा परिचय दिया है। पिछले एक साल अधिक समय से परिवार से बिछड़कर भटक रही युवती का ईलाज करवाकर उसे उसके परिजनों से मिलवाया। युवती राजपुर जिला बलरामपुर क्षेत्र की रहने वाली है।
मिली जानकारी के अनुसार, 11 जुलाई को सूचना प्राप्त हुई कि, चौकी दोकडा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम रेवडा को जाने वाले रास्ते में सड़क के किनारे एक विक्षिप्त महिला अत्याधिक पीड़ा से ग्रसित है। वह उठने-बैठने और चलने में असक्षम है। जिस पर SSP शशिमोहन सिंह के द्वारा चौकी प्रभारी डोकडा उप निरीक्षक अशोक यादव को निर्देशित किया कि उस महिला को तत्काल अस्पताल ले जाकर उसका इलाज करवाए। इस पर चौकी दोकड़ा से तत्काल महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र फरसाबहार में ले जाकर बेहतर इलाज कराया और परिजनो की पतासाजी के निर्देश दिए गए। पुलिस ने सोशल मीडिया एवं सूचनातंत्र के माध्यम से आसपास के थाना क्षेत्रों व जशपुर जिले से लगने वाले जिलो एवं राज्यो के थाना/ग्रामों/शहरों में पतासाजी किया गया।
पुलिस ने परिजनों को किया सुपुर्द
जिसके फलस्वरूप सूचना प्राप्त हुई की थाना राजपुर में उक्त विक्षिप्त महिला जिसका नाम कु. मंजूषा गुजुर पिता बृजमोहन कुजूर उम्र 30 वर्ष निवासी चौरा थाना राजपुर की रहने वाली है। उसके संबंध में थाना राजपुर जिला बलरामपुर में गुम इंसान क्र. 14/2024 कायम किया गया है। थाना राजपुर पुलिस के माध्यम से उक्त महिला के परिजनों से संपर्क करने पर पिता ने विक्षिप्त महिला को अपनी पुत्री होना बताया। जिसके बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
SSP ने दी मामले की जानकारी
इस मामले को लेकर SSP शशि मोहन सिंह ने बताया कि, दोकड़ा पुलिस के द्वारा संवेदनशीलता एवं मानवता का परिचय देते हुए परिवार से बिछड़े मानसिक रूप से दिव्यांग महिला को उनके परिजनों से मिलकर न सिर्फ जनसेवा की मिसाल प्रस्तुत किया है। बल्कि, पुलिस और जनता के मध्य बेहतर संबंध को एक कदम और आगे बढ़ाया है। इस कार्य में सम्मिलित दोकड़ा के अधि./कर्मचारियों को नगद इनाम से पुरस्कृत किया गया है।