RTE में गड़बड़ी की जांच शुरू: अपात्र चयन की शिकायतों पर कार्रवाई, DEO ने गठित की दो जांच समितियां

Investigation into RTE irregularities begins
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RTE में गड़बड़ी की जांच शुरू

बेमेतरा जिले में RTE के तहत अपात्र बच्चों के चयन की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी ने दो जांच समितियों का गठन किया।

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 आरटीई के तहत जिले की निजी शालाओं में अपात्र बच्चों के चयन की शिकायतों को गंभीरता से लिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) बेमेतरा ने सत्र 2024-25 एवं 2025-26 में चयनित बच्चों के दस्तावेजों की सूक्ष्म जांच के लिए दो जांच समितियों का गठन किया है।
उल्लेखनीय है कि, आरटीई के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं बीपीएल संवर्ग के वंचित और अलाभित बच्चों को निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में 25% सीटों पर निशुल्क प्रवेश दिया जाता है। परंतु हाल ही में प्राप्त शिकायतों में कुछ अशासकीय विद्यालयों में शासकीय कर्मचारियों व अपात्र वर्ग के बच्चों के प्रवेश की जानकारी सामने आई है।


ये दो समितियां होंगी शामिल
इस गंभीर विषय की जांच हेतु गठित दोनों समितियों को 7 दिवस के भीतर स्पष्ट अभिमत सहित अपनी जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। पहली समिति - साजा एवं बेरला विकासखंड के निजी स्कूलों की जांच हेतु गठित। जिसमें विकासखंड शिक्षा अधिकारी नवागढ़ लोकनाथ बांधे, प्राचार्य स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कुसमी से एस.एस. ठाकुर, तथा सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी बेमेतरा गजानंद सिंह ठाकुर शामिल हैं। दूसरी समिति - बेमेतरा एवं नवागढ़ विकासखंड के लिए, जिसमें विकासखंड शिक्षा अधिकारी बेरला जयप्रकाश करमाकर, प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अछोली एस.पी. कोशले और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संलग्न सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी कामिनी महिलांग को शामिल किया गया है।

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