छत्तीसगढ़ विधानसभा: सवाल पूछने में अजय, भावना, धर्मजीत, भोलाराम, धरमलाल टॉप पर, इधर, रेणुका ने अब तक नहीं पूछा एक भी सवाल

छत्तीसगढ़ विधानसभा  : सवाल पूछने में अजय, भावना, धर्मजीत, भोलाराम, धरमलाल टॉप पर, इधर, रेणुका ने अब तक नहीं पूछा एक भी सवाल
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File Photo 
विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। अब तक सबसे ज्यादा सवाल पूछने वालों में कांग्रेसी और भाजपा के विधायक हैं।

रायपुर। विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। अब तक सबसे ज्यादा सवाल पूछने वालों में कांग्रेसी और भाजपा के विधायक हैं। षष्ठम विधानसभा का पांचवा सत्र है। पहले चार सत्रों में अधिकतम 196 सवाल पूछे जा सकते थे। ऐसे छह विधायक हैं जिन्होंने अधिकतम सवाल पूछे हैं। इनमें अजय चंद्राकर, भावना वोहरा धर्मजीत सिंह, धरमलाल कौशिक, भोलाराम साहू शामिल हैं। वहीं अमर अग्रवाल और रेणुका सिंह ऐसे विधायक हैं जिन्होंने अभी तक एक भी सवाल नहीं पूछा है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों द्वारा शासन की गतिविधियों को देखकर सवाल लगाए जाते हैं। अधिकतर सवाल उनके क्षेत्रों में योजनाओं का लाभ न मिलने को टारगेट किया जाता है। इनमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के विधायक शामिल होते हैं। क्षेत्र के जन प्रतिनिधि अपनी सक्रियता दिखाने के लिए भी सवाल के माध्यम से शासन पर सवाल खड़े करते हैं।

इन्होंने लगाए सबसे ज्यादा सवाल

अजय चंद्राकर

भाजपा 196

भावना वोहरा

भाजपा 196

धर्मजीत सिंह

भाजपा 196

भोलाराम साहू

कांग्रेस 196

धरमलाल कौशिक

भाजपा 196

बालेश्वर साहू

भाजपा 195

पुन्नूलाल मोहले

भाजपा 192

अंबिका मरकाम

कांग्रेस 192

दलेश्वर साहू

कांग्रेस 192

समिति के स्वीकृति के बाद लगते हैं सवाल
वर्तमान विधानसभा में इस बार आधे विधायक नए हैं, विधानसभा में सवाल लगने के बाद विधानसभा सचिवालय की समिति उन सवालों की वैधानिकता के आधार पर उनकी स्वीकृति देती है। तभी सवाल सदन में आता है। नए विधायकों के अधिकतर सवाल कई कारणों से नहीं लग पाते।

जिनका काम नहीं होता वो उठाते हैं सवाल
सत्ता पक्ष के विधायकों का मानना है कि शासन से जो काम कराना है, वह हो जाता है तो सवाल उठाने का कोई अर्थ नहीं रह जाता। वे इसके कारण सवाल लगाने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं लेते। वहीं विपक्ष के विधायकों को शासन की योजनाओं की कमियां बताने और अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को कराने के लिए सवाल लगाने पढ़ते हैं। कहीं पर काम में गड़बड़ी, या लंबे समय से कार्य स्वीकृत न होने पर भी सदन में सवाल उठाकर इस ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता है।

इन्होंने पूछे कम सवाल
पांच सत्र में जिन विधायकों ने सबसे कम सवाल किए हैं उनमें अधिकांश सत्ता पक्ष के हैं। इन विधायकों में रेणुका सिंह, अमर अग्रवाल ने अब तक एक भी सवाल नहीं पूछे हैं। वहीं विक्रम उसेंड़ी ने अब तक केवल 3 सवाल ही लगाए हैं। अन्य विधायकों में भूलन सिंह मरावी और उद्देश्वरी पैकरा ने 7-7 सवाल पूछे हैं। भईयालाल राजवाड़े ने 11, नीलकंठ टेकाम ने 16, विनायक गोयल ने 15, प्रेमचंद पटेल ने 18, डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने 21, प्रणव कुमार मरपच्ची ने 29 सवाल पांच सत्र में पूछे हैं और आईपैड भी पाया गया।

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