शंकरगढ़ में एसीबी की कार्रवाई: सीमांकन के नाम पर मांगी 15 हजार की रिश्वत, पकड़ा गया पटवारी

एसीबी की टीम ने पटवारी को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा
अंबिकापुर। बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी की टीम ने पटवारी को सीमांकन कार्य के लिए 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। फिलहाल एसीबी की टीम द्वारा आरोपी पटवारी से पूछताछ की जा रही है और आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की है।
बताया जा रहा है कि बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम विनायकपुर निवासी राजेश यादव के पिता के नाम पर पैतृक भूमि ग्राम विनायकपुर में है। उक्त भूमि को विवादित बताकर सीमांकन कर जांच प्रतिवेदन भेजने के लिए हल्का पटवारी विनायकपुर, हल्का पटवारी जमड़ी और हल्का पटवारी ग्राम दोहनना को आदेशित किया गया था लेकिन पटवारी सीमांकन नहीं कर रहे थे। ऐसे में जब राजेश यादव ने ग्राम दोहना हल्का पटवारी महेंद्र कुजूर से सम्पर्क किया गया तो पहले वह उसे दौडाता रहा और फिर सीमांकन के लिए 20 हजार रुपए की मांग की। रिश्वत की मांग किए जाने पर ग्रामीण राजेश यादव ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की थी।
दो अन्य पटवारियों की भूमिका पर संदेह
एसीबी ने आरोपी के खिलाफ धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की है। वहीं इस मामले में दो अन्य पटवारियों की भूमिका भी संदेह के दायरे में है और एसीबी की टीम दोनों पटवारियों के संलिप्तता की जांच कर रही है।
ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई
एसीबी की टीम ने ग्रामीण के शिकायत की जांच की गई और शिकायत के सत्यापन के दौरान मोलभाव कर 15 हजार रुपए में सौदा तय किया गया। दोहाना पटवारी महेंद्र कुजूर द्वारा 15 हजार रुपए में काम करने के लिए राजी होने पर एसीबी की टीम गुरुवार को शंकरगढ़ पहुंची और ट्रैप कार्रवाई के दौरान जैसे ही ग्रामीण से पटवारी ने 15 हजार रुपए की रिश्वत ली टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।