ब्रेड बेचने गए बच्चे का अपहरण: बेहोश कर ट्रेन से ले गए जबलपुर, बदमाशों के चंगुल से लौटकर सुनाई आपबीती

लापता हुआ नाबालिग तीसरे दिन घर लौटा
कमालुद्दीन अंसारी - कोरिया। कोरिया जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 10 तारीख को लापता हुआ एक नाबालिग बालक तीसरे दिन देर शाम अपने घर सुरक्षित लौट आया, लेकिन घर पहुंचने के बाद उसने जो आपबीती सुनाई, उसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
ब्रेड बेचने गया था बालक
मामला सोनहत थाना क्षेत्र के मधला गांव का है। पीड़ित बालक ने बताया कि 10 तारीख को वह ब्रेड बेचने के लिए सोनहत की ओर गया हुआ था। रास्ते में उसकी साइकिल की चैन उतर गई, जिसे ठीक करने के लिए वह सड़क किनारे रुका था।

इक्को कार में आए संदिग्ध, किया बेहोश
इसी दौरान एक इक्को कार वहां आकर रुकी। कार में सवार 4 से 5 लोगों ने अचानक उसके पास आकर उसकी नाक दबाई और उसे बेहोश कर दिया। जब बालक को होश आया तो वह खुद को चलती ट्रेन में पाया।
चलती ट्रेन में आया होश
बालक के अनुसार, जब उसने बाहर देखा तो ट्रेन बुजुरी स्टेशन पार कर रही थी। ट्रेन के भीतर उसके साथ एक और नाबालिग बालक भी मौजूद था, जो विश्रामपुर क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। दोनों बच्चों के पास वही संदिग्ध लोग बैठे हुए थे।
जबलपुर स्टेशन पर भागने में सफल
आगे जबलपुर स्टेशन पहुंचने पर दोनों बच्चों ने साहस दिखाते हुए आरोपियों के चंगुल से निकलकर किसी तरह भागने में सफलता हासिल की।
कोरिया से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां लापता नाबालिग बालक ने अपहरण और ट्रेन से भागने की आपबीती सुनाई है। घटना के बाद इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है। @KoreaDist #Chhattisgarh #Kidnapping @korea_cg pic.twitter.com/1KM526NoE8
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) December 13, 2025
अंबिकापुर-नागपुर होते हुए घर वापसी
भागने के बाद दोनों बच्चों ने वापसी की ट्रेन पकड़ी और अंबिकापुर पहुंचे। वहां से पीड़ित बालक नागपुर गया, जहां वह अपनी दीदी के घर पहुंचा। इसके बाद उसने माता-पिता को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिजन उसे सुरक्षित घर ले आए।
डब्बा-टब बेचने वालों पर शक
बालक ने यह भी बताया कि जब इक्को कार उसके पास रुकी थी, तब उसने कार में दर्जनों डब्बा-टब देखे थे। इस खुलासे के बाद ग्रामीणों का शक उन बाहरी लोगों पर गहराने लगा है, जो क्षेत्र में डब्बा-टप बेच रहे थे।
संदिग्धों के अचानक गायब होने से बढ़ा संदेह
ग्रामीणों के अनुसार, करीब 40 से 50 लोग तंबू लगाकर महीनों से इलाके में रह रहे थे, लेकिन जिस दिन बालक लापता हुआ, उसी दिन से वे सभी अचानक गायब हो गए।
ग्रामीणों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने पूरे मामले को अत्यंत गंभीर बताते हुए पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है। साथ ही संदिग्धों की पहचान कर जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई जा रही है।
