कौन है 'रमीज नेमत': आपराधिक पृष्ठभूमि वाले इस शख्स का तेजस्वी यादव से क्या है 'क्रिकेट कनेक्शन'?

संजय यादव के साथ रमीज की दखलंदाजी RJD की हार के बाद आंतरिक कलह का बड़ा मुद्दा बन गई है।
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की करारी हार के बाद लालू परिवार में उपजे बड़े संकट के केंद्र में एक रहस्यमयी चेहरा सामने आया है- रमीज नेमत। यह नाम तब सार्वजनिक हुआ जब लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने पार्टी छोड़ने और परिवार से संबंध तोड़ने की घोषणा करते हुए, तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगी संजय यादव के साथ-साथ रमीज पर गंभीर आरोप लगाए। रोहिणी के मुताबिक, इन दोनों के दबाव में उन्हें परिवार और राजनीति से दूर जाना पड़ रहा है।
क्रिकेट कनेक्शन - तेजस्वी यादव के इतने करीब कैसे पहुंचा यह रहस्यमय चेहरा?
रमीज नेमत की सबसे खास बात यह है कि वह सीधे राजनीति से नहीं आया, बल्कि उसकी तेजस्वी यादव से नजदीकी क्रिकेट के माध्यम से बनी। मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि दोनों के बीच यह दोस्ती तेजस्वी के क्रिकेट खेलने के दिनों से ही थी।
इसी 'क्रिकेट कनेक्शन' के दम पर रमीज RJD के उच्च स्तरों में अपनी पैठ बनाने में कामयाब रहा और तेजस्वी के राजनीतिक रणनीतिकार संजय यादव के साथ मिलकर काम करने लगा।
रमीज नेमत - कौन है यह गैंगस्टर दामाद?
रोहिणी आचार्य ने रमीज को लेकर जो जानकारी साझा की है, वह बेहद चौंकाने वाली है - रमीज नेमत पर हत्या और गैंगस्टर एक्ट सहित 12 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसे 2022 में बलरामपुर नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन फिरोज की हत्या की साजिश रचने के आरोप में उसकी पत्नी और ससुर के साथ गिरफ्तार किया गया था।
वह फिलहाल इस मामले में जमानत पर बाहर है।रमीज, उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के बाहुबली नेता और पूर्व सपा सांसद रिजवान जहीर का दामाद है।
लालू परिवार पर संकट: रोहिणी ने क्यों कहा 'चप्पल से मारा जाएगा'?
रमीज और संजय यादव की बढ़ती भूमिका और कथित दबाव ने लालू परिवार में गहरी दरार डाल दी है। पटना एयरपोर्ट पर रोहिणी आचार्य ने इन दोनों पर उन्हें परिवार से बाहर निकालने का आरोप लगाते हुए कहा कि, "आप जाकर तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज से पूछिए। इन्होंने मुझे परिवार से निकाल दिया।" उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इन तीनों का नाम लेने पर किसी को भी घर से बाहर निकाल दिया जाएगा और चप्पल से मारा जाएगा।
संजय यादव के साथ मिलकर रमीज नेमत की बढ़ती दखलंदाजी RJD की हार के बाद आंतरिक कलह का सबसे बड़ा मुद्दा बन गई है। पार्टी के भीतर कई नेता मानते हैं कि एक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति की तेजस्वी के इतने करीब होना न केवल पार्टी की छवि के लिए, बल्कि लालू परिवार के बीच फूट के लिए भी जिम्मेदार है। रमीज के केंद्र में आने से अब RJD में संगठनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव और संजय यादव-रमीज की भूमिका पर कड़ी कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
