JDU प्रत्याशी श्रवण कुमार की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र, शिक्षा, परिवार, संपत्ति और राजनीतिक सफर

श्रवण कुमार बिहार विधानसभा की नालंदा सीट से प्रत्याशी रहे हैं।
पटना : जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे पुराने सहयोगी, श्रवण कुमार, बिहार की राजनीति का एक अनिवार्य स्तंभ हैं। 1995 से लगातार नालंदा विधानसभा सीट पर अजेय रहने वाले श्रवण कुमार वर्तमान में बिहार सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री का पद संभाल रहे हैं।
शुरुआती जीवन, शिक्षा और मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा से संबंध
श्रवण कुमार का जन्म 20 अगस्त 1957 को बिहार के नालंदा जिले के बेन प्रखंड में हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय हरि प्रसाद सिंह था। उन्होंने अपनी शिक्षा नालंदा में पूरी की और 1977 में बिहारशरीफ के एस.पी.एम. कॉलेज से विज्ञान में इंटरमीडिएट की।
राजनीति में उनकी रुचि छात्र जीवन से ही रही; वह 1973 में जयप्रकाश नारायण (जेपी) द्वारा शुरू किए गए संपूर्ण क्रांति आंदोलन से जुड़ गए थे। यह शुरुआती वैचारिक जुड़ाव उन्हें नीतीश कुमार के करीब लाया और उनके राजनीतिक करियर की दिशा तय की।
समता पार्टी की स्थापना और नीतीश कुमार के 'सबसे भरोसेमंद' होने का दर्जा
श्रवण कुमार की राजनीतिक यात्रा 1990 के दशक में निर्णायक मोड़ पर आई। 1994 में जब नीतीश कुमार और जॉर्ज फर्नांडिस ने समता पार्टी की स्थापना की, तब श्रवण कुमार उन प्रमुख नेताओं में से थे जो मजबूती से इस नए दल के साथ खड़े रहे।
इसी कारण उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सबसे भरोसेमंद और पुराना सहयोगी माना जाता है। उन्होंने पहली बार 1995 के विधानसभा चुनाव में नालंदा सीट से जीत हासिल की और तब से वह इस सीट पर लगातार आठ बार (1995 से 2025 तक) जीत दर्ज कर चुके हैं।
मंत्री श्रवण कुमार की संपत्ति, परिवार और वर्तमान राजनीतिक कद
श्रवण कुमार बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में एक महत्वपूर्ण चेहरा रहें हैं और वर्तमान में उन्होंने फिर से मंत्री की शपथ ली है। उनकी पत्नी का नाम मंजू कुमारी है। वह कुर्मी समुदाय से आते हैं, जिससे बिहार की जाति-आधारित राजनीति में उनका मजबूत आधार बनता है।
श्रवण कुमार का प्रशासनिक अनुभव
दशकों लंबे सार्वजनिक जीवन के दौरान, श्रवण कुमार ने केवल विधायक के रूप में ही नहीं, बल्कि एक प्रभावी मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है। उन्हें कई महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व करने का अनुभव है और उन्हें एक शांत, ज़मीन से जुड़े हुए तथा प्रशासनिक रूप से दक्ष नेता के रूप में देखा जाता है। उनकी लगातार चुनावी सफलता यह सुनिश्चित करती है कि वह बिहार की राजनीति में एक अनिवार्य और अनुभवी स्तंभ बने रहेंगे।
संपत्ति का विवरण
बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार की संपत्ति का अनुमानित मूल्य 3.76 करोड़ से अधिक है, जिसमें चल और अचल दोनों तरह की संपत्तियां शामिल हैं। पिछले चुनाव की तुलना में उनकी कुल संपत्ति में वृद्धि हुई है और उनकी देनदारियां कम हुई हैं।
मंत्री श्रवण कुमार ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनकी और उनकी पत्नी की कुल चल संपत्ति 2.11 करोड़ से अधिक है। इस चल संपत्ति में नकद राशि, विभिन्न बैंक खातों में जमा राशि जो ₹ 43 लाख से अधिक है, और राष्ट्रीय बचत योजना में किया गया निवेश शामिल है। इसके अलावा, मंत्री और उनकी पत्नी के पास संयुक्त रूप से पांच से अधिक वाहन हैं, जिनकी कीमत 83 लाख से अधिक है, साथ ही 20 लाख से अधिक मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण भी हैं।
अचल संपत्ति का अनुमानित मूल्य 1.65 करोड़ से अधिक है, जिसमें नालंदा के बेन प्रखंड और पटना जैसे स्थानों पर कृषि भूमि, गैर-कृषि भूमि और आवासीय भवन शामिल हैं। संपत्ति की इस घोषणा के साथ ही, मंत्री ने लगभग 10.56 लाख की कुल देनदारियां भी दर्शाई हैं। उनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
