Shiv Chalisa: सावन में पढ़ें शिव चालीसा का पाठ, महादेव की कृपा से मिलेगी सुख-शांति

Shiv Chalisa: सावन का पावन महीना शुरू हो गया है। हिंदू धर्म में सावन के महीना भगवान शिव की आराधना और भक्ति के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। इस दौरान भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित करना, रुद्राभिषेक करना, और शिव चालीसा का पाठ करना अत्यंत पुण्यदायी होता है। यहां पढ़ें पूरा शिव चालीसा।
॥ दोहा ॥
जय शिव शंकर पार्वती, कृपा करो भगवान।
नाथ कृपालु दयाल तुम, हर लो जीवन त्राण॥
चौपाई
जय महादेव त्रिपुरारी। करुणा सिन्धु, दीन हितकारी॥
जटाजूट में गंग बहाते। चन्द्र विराजत भाल सुहाते॥
नागकंठ मणि भाल विलासी। चित्ता बसे सदा अविनाशी॥
भस्म रमायो गात सुहावन। बाघम्बर तन शोभा पावन॥
त्रिनयन धारी रूप विशाल। देखत ही मिट जाएं जंजाल॥
त्रिशूल धार धरें वरदानी। भक्तों के सब काज सँवानी॥
नन्दी सेवक गाइ गुणगाथा। साथ विराजे माँ जगदाथा॥
कार्तिकेय गणेश तुम्हारे। सुखकर्ता संकट निस्तारे॥
कैलासपति ध्यान जो लावे। भवसागर से पार उतरावे॥
रावण तप से तुमको पाया। राम ने भी शीश नवाया॥
नीलकण्ठ विष खुद पी डारा। जग के हित सब कष्ट उतारा॥
अंधकार में दीप जलाओ। जीवन को तुम मार्ग दिखाओ॥
शिवलिंग रूप तुम्हें जो ध्यावे। जन्म जन्म के पाप नसावे॥
जो जन करे सच्चा समर्पण। उसको मिले अमर वरदान॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ाए। सच्चे भाव सदा फल पाए॥
माँ भवानी संग सुलक्षणा। तुमसे ही है हर दिशा धन्या॥
अघोरी हो या मुनि महान। सब करते हैं तव गुणगान॥
नर हो या नारी जो ध्यावे। शिव-कृपा से सुख पावै॥
सृष्टि संहारक, ब्रह्मा विष्णु। सब हैं चरणों में कर प्रणाम॥
शिव नाम जपते जो प्यारा। उसका भव से कटे किनारा॥
जो चालीसा करे मन लाए। भवभय से वह कबहुं न घबराए॥
हर संकट को दूर भगाते। शिव के सेवक कष्ट न पाते॥
॥ दोहा ॥
शिव चालीसा नित्य जो, भाव सहित गुनगाय।
शिव कृपा से पूर्ण हो, जीवन सुख रस छाय॥
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।