वंदे मातरम् पर चर्चा: PM मोदी ने कहा- जिन्ना के सामने झुक गए नेहरू, प्रियंका गांधी का पलटवार, बोलीं- वंदे मातरम् पर आज बहस क्यों?

PM MODI Speech on vandematram
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लोकसभा में शीतकालीन सत्र के छठे दिन वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर विशेष चर्चा हुई। पीएम मोदी ने बहस की शुरुआत करते हुए इसे गर्व और ऐतिहासिक क्षण बताया।

लोकसभा में सोमवार को ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पर विशेष चर्चा हुई। मोदी ने अपने भाषण पर कांग्रेस पर जानकर हमला बोला। इस प्रियंका गांधी ने भी पलटवार किया।

लोकसभा में सोमवार को ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर हुई विशेष चर्चा राजनीतिक बयानबाज़ी के चलते गरमाती नजर आई। चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि वंदे मातरम् आजादी की लड़ाई का सबसे बड़ा प्रेरणा-स्रोत रहा, लेकिन स्वतंत्र भारत के शुरुआती दशकों में इसके साथ अन्याय हुआ। मोदी ने कहा कि “कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और जवाहरलाल नेहरू जिन्ना के सामने झुक गए थे।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें- पढ़िए ...

प्रधानमंत्री के बयान के बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यह गीत 150 साल से देश की आत्मा में बसा है और लोगों के दिलों पर राज करता आया है, फिर अचानक इस पर बहस क्यों?

प्रियंका ने आरोप लगाया कि बंगाल में चुनाव नजदीक हैं, इसलिए सरकार इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना चाहती है। उन्होंने कहा, “जितने साल मोदी जी प्रधानमंत्री रहे हैं, उससे ज्यादा साल नेहरू जी जेल में काट चुके थे। आज के मोदी जी वो प्रधानमंत्री नहीं रहे, जो पहले थे।”

चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने भी विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् राष्ट्रभक्तों के लिए ऊर्जा है, लेकिन कुछ लोगों को इससे एलर्जी है और अब जिन्ना के “मुन्नों” को भी इस गीत से परहेज होता दिख रहा है। उनके इस बयान पर विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई और हंगामा भी हुआ।

वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वंदे मातरम् ने आजादी के आंदोलन में देश को एकजुट किया था, लेकिन आज कुछ लोग इसी गीत का इस्तेमाल समाज में विभाजन फैलाने के लिए कर रहे हैं। अखिलेश के मुताबिक, वंदे मातरम् सिर्फ गाने के लिए नहीं, बल्कि जीने और निभाने के लिए है।

चर्चा के बीच सरकार और विपक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे और सदन का माहौल पूरी तरह राजनीतिक रंग में डूबा नजर आया।

वंदे मातरम् पर चर्चा: देखिए Video

वंदे मातरम् आजादी की सबसे बड़ी प्रेरणा

वंदे मातरम् गीत बंकिम चंद्र चटर्जी ने लिखा था और पहली बार 7 नवंबर 1875 को बंगदर्शन पत्रिका में प्रकाशित हुआ। 1882 में ‘आनंदमठ’ उपन्यास का हिस्सा बना। बाद में रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे स्वरबद्ध किया और यह गीत स्वतंत्रता सेनानियों की प्रेरणा बन गया। 24 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया गया।

Live Updates

  • 8 Dec 2025 7:05 PM

    Vande Mataram Charcha Live Update: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले - हम वंदे मातरम की गरिमा और सम्मान को वापस लौटा रहे हैं

    लोकसभा में 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "वंदे मातरम के साथ जो नाइंसाफी हुई, उसे समझना भी ज़रूरी है ताकि आने वाली पीढ़ियां ऐसा करने वालों की सोच और सोच को बेहतर ढंग से समझ सकें। वंदे मातरम के साथ जो नाइंसाफ़ी हुई, वह कोई अकेली घटना नहीं थी। यह तुष्टिकरण की राजनीति की शुरुआत थी, जिसे कांग्रेस पार्टी ने अपनाया। इसी राजनीति की वजह से देश का बंटवारा हुआ और आज़ादी के बाद सांप्रदायिक सद्भाव और एकता कमज़ोर हुई। आज हम वंदे मातरम की इज़्ज़त वापस ला रहे हैं, लेकिन कुछ लोग हमारे ख़िलाफ़ यह नैरेटिव बनाने की कोशिश कर सकते हैं कि वंदे मातरम और जन गण मन के बीच दीवार खड़ी की जा रही है। ऐसा नैरेटिव बनाने की कोशिश बांटने वाली सोच को दिखाती है। हम राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत का बराबर सम्मान करते हैं।"


  • 8 Dec 2025 7:00 PM

    Vande Mataram Charcha Live Update: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- वंदे मातरम के साथ न्याय नहीं हुआ

    'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर लोकसभा में बहस के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "आज, जब हम वंदे मातरम की डेढ़ शताब्दी की गौरवशाली यात्रा का जश्न मना रहे हैं, तो हमें यह सच स्वीकार करना होगा कि वंदे मातरम के साथ जो न्याय होना चाहिए था वह न्याय नहीं हुआ। आज, आज़ाद भारत में, राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को बराबर दर्जा देने की बात हो रही थी। लेकिन एक हमारी राष्ट्रीय चेतना का अहम हिस्सा बन गया। इसे समाज और संस्कृति की मुख्यधारा में जगह मिली। यह हमारे राष्ट्रीय प्रतीकों में शामिल हो गया। वह गीत हमारा जन गण मन था। लेकिन दूसरे गीत को किनारे कर दिया गया और नज़रअंदाज़ किया गया। वह गीत वंदे मातरम है। उसके साथ एक एक्स्ट्रा की तरह व्यवहार किया गया। जिस धरती पर वंदे मातरम की रचना हुई, उसी धरती पर 1937 में कांग्रेस ने इस गीत को खंडित करने का फैसला किया। सभी पीढ़ियों को वंदे मातरम के साथ हुए राजनीतिक धोखे और अन्याय के बारे में पता होना चाहिए इसीलिए यह चर्चा हो रही है, क्योंकि यह अन्याय सिर्फ़ एक गीत के साथ नहीं, बल्कि आज़ाद भारत के लोगों के साथ हुआ।


  • 8 Dec 2025 4:43 PM

    Vande Mataram Charcha Live Update: कांग्रेस सांसद प्रियंका ने लगाए गंभीर आरोप

    लोकसभा में 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर बहस के दौरान, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "आज सदन में वंदे मातरम पर बहस के दो कारण हैं। एक, पश्चिम बंगाल में चुनाव आ रहे हैं।

    ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री अपनी भूमिका स्थापित करना चाहते हैं और दूसरा, जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, देश के लिए कुर्बानी दी- यह सरकार उन पर नए आरोप लगाने का मौका चाहती है। ऐसा करके सरकार देश का ध्यान जनता से जुड़े जरूरी मुद्दों से हटाना चाहती है।"

    प्रियंका ने कहा- “आप लोग (भाजपा) सिर्फ चुनाव के लिए हैं, हम देश के लिए हैं। हम चाहे कितने भी चुनाव हार जाएं, हम यहीं सदन में बैठकर आपसे और आपकी विचारधारा से लड़ते रहेंगे। हम अपने देश, उसके संविधान और उसके लोगों के लिए लड़ते रहेंगे। आप हमें रोक नहीं सकते…” पढ़िए पूरी खबर...



  • 8 Dec 2025 4:37 PM

    अनुराग ठाकुर बोले- पीएम का भाषण ऐतिहासिक, गांधी भाई-बहन अनुपस्थित

    भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा- “वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद में हुई विशेष चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इसके इतिहास और सांस्कृतिक महत्व को बहुत विस्तार से देश की जनता के सामने रखा। उनका भाषण निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गया है, जो आने वाली पीढ़ियों को न केवल जानकारी देगा बल्कि प्रेरणा भी देगा। वंदे मातरम् करोड़ों भारतीयों के लिए ऊर्जा का स्रोत है, तो कुछ लोगों के लिए यह एलर्जी का कारण बन जाता है। आज सदन में ऐसे कई लोग नजर नहीं आए… खास तौर पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उपस्थित नहीं थे।”

  • 8 Dec 2025 2:49 PM

    Vande Mataram Charcha Live Update: अखिलेश का सत्ता पक्ष पर हमला

    लोकसभा में 'वंदे मातरम' के 150 वर्ष पूरे होने पर हुई चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “वंदे मातरम ने पूरे देश को एकजुट किया और स्वतंत्रता संग्राम में जान फूंकी। लेकिन सत्ता पक्ष हर अच्छी चीज को सिर्फ अपना बताने की कोशिश करता है।

    "वंदे मातरम सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं है, बल्कि मानने के लिए है जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई में कहीं दिखाई नहीं दिए, वे भला वंदे मातरम के मायने कैसे समझेंगे? वे राष्ट्रवादी नहीं, सिर्फ ‘राष्ट्रविवादी’ लोग हैं।”

  • 8 Dec 2025 2:36 PM

    Vande Mataram Charcha Live Update: कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने मोदी के भाषण पर उठाए सवाल

    कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का जवाब देते हुए कहा: “माननीय प्रधानमंत्री जी एक सवाल का जवाब दे दें, जब पूरा देश महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में ‘अंग्रेजो भारत छोड़ो’ का नारा लगा रहा था, स्वतंत्रता संग्राम लड़ रहा था, उस समय आपकी मातृ-संस्था RSS अंग्रेजों की सेना में भर्ती होने और ब्रिटिश सरकार का साथ देने के लिए क्यों अपील कर रही थी?”


  • 8 Dec 2025 2:30 PM

    दिल्ली | कांग्रेस सांसद और लोकसभा में LoP राहुल गांधी संसद भवन से रवाना हुए।

  • 8 Dec 2025 1:06 PM

    पीएम मोदी बोले- वंदे मातरम् से डर गए थे अंग्रेज

    पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल विभाजन के दौरान स्वदेशी आंदोलन पूरे देश में तेजी से फैला और उस समय वंदे मातरम् की गूंज हर ओर सुनाई देती थी। अंग्रेज अच्छी तरह समझ चुके थे कि बंकिम चंद्र चटोपाध्याय द्वारा लिखे गए इस गीत की शक्ति ने उनकी नींव हिला दी है। इसी प्रभाव के कारण अंग्रेज शासन को वंदे मातरम् गीत को गाने, छापने और यहां तक कि शब्द 'वंदे मातरम्' बोलने पर भी सख्त सजा देने जैसे कठोर प्रतिबंध लगाने पड़े।

  • 8 Dec 2025 1:04 PM

    सदन में नहीं हैं राहुल और प्रियंका गांधी

    लोकसभा में पीएम मोदी वंदे मातरम् पर अपना संबोधन दे रहे हैं, लेकिन इस दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपनी सीट पर मौजूद नहीं दिखे। प्रियंका गांधी भी सदन में नहीं पहुंचीं। जानकारी के अनुसार, वंदे मातरम् पर बहस के लिए तय शेड्यूल के मुताबिक कुल 10 घंटे की चर्चा में NDA सांसदों को 2 घंटे का समय मिला है।

  • 8 Dec 2025 1:03 PM

    PM मोदी ने बंकिम चंद्र चटर्जी को किया याद

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे मातरम् की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए कहा कि 1875 में बंकिम चंद्र चटोपाध्याय ने इस गीत की रचना उस दौर में की थी जब 1857 के विद्रोह के बाद अंग्रेज हुकूमत बौखलाई हुई थी और भारत पर तरह-तरह के अत्याचार कर रही थी।

    PM मोदी ने कहा कि तब ब्रिटिश सत्ता राष्ट्रभक्ति के गीतों को घर-घर पहुंचने से रोकने की साजिश रच रही थी, लेकिन बंकिम चंद्र चटोपाध्याय ने इसका जवाब दृढ़ संकल्प के साथ दिया और उसी संघर्ष की आग से वंदे मातरम् का जन्म हुआ।

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