मन की बात एपिसोड-123: PM मोदी ने आपातकाल को बताया 'संविधान हत्या' का दिन, बोडोलैंड की फुटबॉल क्रांति और मेघालय के एरी सिल्क का जिक्र

PM Modi Mann Ki Baat 123 Episodes
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मन की बात एपिसोड 123: PM मोदी ने आपातकाल को बताया 'संविधान हत्या' का दिन।  

पीएम मोदी ने 'मन की बात' के 123वें एपिसोड में बोडोलैंड की फुटबॉल क्रांति, योग दिवस की भव्यता और आपातकाल की 50वीं बरसी को 'संविधान हत्या दिवस' बताया। जानिए एपिसोड की मुख्य बातें।

PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (29 जून 2025) को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 122वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने योग दिवस, आपातकाल के दौर, स्वास्थ्य उपलब्धियों, जन योजनाओं और राष्ट्रीय एकता जैसे मुद्दों पर विस्तार से बात की।

आपातकाल: लोकतंत्र का अंधकारमय काल
प्रधानमंत्री ने आपातकाल की 50वीं बरसी को 'संविधान हत्या दिवस' बताते हुए तीखे शब्दों में उस समय की आलोचना की। उन्होंने कहा, संविधान की हत्या की गई, न्यायपालिका को गुलाम बनाने की कोशिश हुई। MISA जैसे कानूनों में निर्दोषों को कैद किया गया। जॉर्ज फर्नांडिस को जंजीरों में बांधा गया। लेकिन भारत की जनता झुकी नहीं, टूटी नहीं। मोदी ने इसे जनता की जीत और तानाशाही की हार करार दिया।

बोडोलैंड में फुटबॉल से बदलाव की बयार
प्रधानमंत्री ने बोडोलैंड 'कैम कप' की चर्चा करते हुए कहा, “यह केवल एक टूर्नामेंट नहीं बल्कि एकता और उम्मीद का उत्सव है। 3700 से ज्यादा टीमों और 70 हजार खिलाड़ियों की भागीदारी यह दर्शाती है कि बोडोलैंड आज नई ऊर्जा के साथ खड़ा है। उन्होंने बेटियों की भागीदारी को भी बदलाव की गाथा का प्रतीक बताया।

10वां योग दिवस: रिकॉर्ड, समर्पण और साधना
मोदी ने 21 जून को मनाए गए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि विशाखापत्तनम में 3 लाख लोगों ने समुद्र तट पर सामूहिक योग किया। 2000 आदिवासी छात्रों ने 108 मिनट तक 108 सूर्य नमस्कार किए। 3000 दिव्यांगजन ने तेलंगाना में सामूहिक योग शिविर में भाग लिया।

जम्मू-कश्मीर के चेनाब ब्रिज, हिमालय की बर्फीली चोटियों, ITBP के जवानों और नौसेना के जहाजों पर भी योग कार्यक्रम आयोजित हुए। दिल्लीवासियों ने योग को स्वच्छ यमुना अभियान से जोड़ा। पीएम ने कहा, 10 साल में योग दिवस की भव्यता बढ़ी है, यह बताता है कि योग अब जन-जन का हिस्सा बन चुका है।

मेघालय की एरी सिल्क को बताया 'अहिंसा सिल्क'
प्रधानमंत्री मोदी ने मेघालय का एरी सिल्क को ऐतिहासिक धरोहर बताते हुए कहा, कुछ दिन पहले ही इसे GI टैग मिला है। यहां की जनजातियों खासकर, खासी समाज के लोगों ने पीढ़ियों से इसे सहेजा और समृद्ध किया है। इस सिल्क की कई खूबियां हैं, जो इसे बाकी फेब्रिक से अलग बनाती हैं। इस सिल्क के लिए रेशम के कीड़ों को मारा नहीं जाता। इसलिए इसे 'अहिंसा सिल्क' भी कहते हैं। आजकल दुनिया में ऐसे उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है जिनमें हिंसा ना हो और प्रकृति पर इसका दुष्प्रभाव ना पड़े।

PM मोदी ने यह भी कहा

  • पीएम मोदी ने बताया, डब्ल्यूएचओ यानी ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ और आईएलओ यानी अंतरराष्ट्रीय लेबर ऑर्गेनाइजेशन ने देश की इन उपलब्धियों की भरपूर सराहना की है। पहली उपलब्धि तो हमारे स्वास्थ्य से जुड़ी है। आप लोगों ने आंखों की बीमारी ट्रेकोमा के बारे में सुना होगा। ये बीमारी बैक्टीरिया से फैलती है। एक समय था, जब ये बीमारी देश के कई हिस्सों में आम थी। ध्यान नहीं दिया जाए तो इस बीमारी से धीरे-धीरे आंखों की रोशनी तक चली जाती थी।
  • पीएम मोदी ने कहा, हमने संकल्प लिया कि ट्रेकोमा को जड़ से खत्म करेंगे और आज ये बताते हुए बहुत खुशी है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन’ यानी डब्लूएचओ ने भारत को ‘ट्रेकोमा फ्री’ घोषित कर दिया है। अब भारत ट्रेकोमा मुक्त देश बन चुका है। ये उन लाखों लोगों की मेहनत का फल है, जिन्होंने बिना थके, बिना रुके, इस बीमारी से लड़ाई लड़ी। ये सफलता हमारे हेल्थ वर्कर की है। ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से भी इसे मिटाने में बड़ी मदद मिली है। ‘जल जीवन मिशन’ का भी इस सफलता में बड़ा योगदान रहा है।
  • प्रधानमंत्री ने आगे कहा, आज जब घर-घर नल से साफ पानी पहुंच रहा है, तो ऐसी बीमारियों का खतरा कम हो गया है। ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ डब्ल्यूएचओ ने भी इस बात की सराहना की है कि भारत ने बीमारी से निपटने के साथ-साथ उसके मूल कारणों को भी दूर किया है।
  • पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय लेबर ऑर्गेनाइजेशन की हालिया रिपोर्ट के बारे में भी मन की बात में बताया। उन्होंने कहा, आज भारत में ज्यादातर आबादी किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा लाभ का फायदा उठा रही है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय लेबर ऑर्गेनाइजेशन- आईएलओ की रिपोर्ट आई है। इसमें कहा गया है कि भारत की 64 प्रतिशत से ज्यादा आबादी को कोई न कोई सामाजिक सुरक्षा लाभ मिल रहा है। सामाजिक सुरक्षा- ये दुनिया की सबसे बड़ी कवरेज में से एक है। आज देश के लगभग 95 करोड़ लोग किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ पा रहे हैं, जबकि 2015 तक 25 करोड़ से भी कम लोगों तक सरकारी योजनाएं पहुंच पाती थी।
  • पीएम मोदी ने कहा, भारत में स्वास्थ्य से लेकर सामाजिक सुरक्षा तक, हर क्षेत्र में देश परिपूर्णता की भावना से आगे बढ़ रहा है। ये सामाजिक न्याय की भी उत्तम तस्वीर है। इन सफलताओं ने एक विश्वास जगाया है कि आने वाला समय और बेहतर होगा। हर कदम पर भारत और भी सशक्त होगा।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों की सराहना की। बताया कि कैसे समाज के कई लोग और समूह पर्यावरण के लिए समर्पित कार्य कर रहे हैं।
  • पुणे के रमेश खरमाले का उदाहरण देते हुए कहा, वो अपने परिवार के साथ हर सप्ताहांत जुन्नर की पहाड़ियों में जाकर झाड़ियों की सफाई, गड्ढे खोदना और पेड़ लगाना जैसे कार्य करते हैं। अब तक वे सैकड़ों पेड़ लगा चुके हैं और ऑक्सीजन पार्क भी बना रहे हैं।
  • अहमदाबाद में ‘मिशन मिलियन ट्रीज’ अभियान और ‘सिंदूर वन’ की भी चर्चा की गई। सिंदूर वन, देश के वीर सैनिकों को समर्पित है। इसके साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की भी सराहना हुई।
  • महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के पाटोदा गांव की कार्बन न्यूट्रल पहल की भी पीएम मोदी ने तारीफ की। यहां कचरा प्रबंधन, गंदे पानी का ट्रीटमेंट और अंतिम संस्कार के बाद पौधा लगाने जैसी योजनाएं सफलतापूर्वक चल रही हैं। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे भी ऐसे अभियानों से जुड़ें, पेड़ लगाएं और प्रकृति की सेवा करें।



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