रेलवे रिजर्वेशन में बड़ा बदलाव: अब ट्रेन छूटने से 8 घंटे पहले बनेगा चार्ट, जानें नया नियम

रेलवे रिजर्वेशन नियम में बदलाव
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रिजर्वेशन चार्टिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। अब से ट्रेन के प्रस्थान से 8 घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार किया जाएगा।पहले यह चार्ट 4 घंटे पहले बनता था। यह निर्णय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया है।
नए नियम के मुख्य बिंदु:
चार्ट तैयार होने का नया समय: अब ट्रेन छूटने से 8 घंटे पहले चार्ट बनेगा।
➤ अगर ट्रेन दोपहर 2 बजे से पहले छूटती है, तो चार्ट पिछली रात 9 बजे तैयार होगा।
यात्रियों को क्या फायदा?
➤ वेटिंग लिस्ट वालों को टिकट की स्थिति पहले पता चल जाएगी।
➤ यात्रा रद्द होने पर वैकल्पिक योजना बनाने के लिए अधिक समय मिलेगा।
लागू करने की प्रक्रिया: रेलवे बोर्ड इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करेगा ताकि किसी को परेशानी न हो।
आने वाले अन्य बदलाव:
नई PRS प्रणाली: दिसंबर 2025 तक नई यात्री आरक्षण प्रणाली (Passenger Reservation System) शुरू होगी, जो मौजूदा सिस्टम से 10 गुना अधिक लोड संभाल सकेगी। इससे बुकिंग क्षमता 32,000 से बढ़कर 1.5 लाख प्रति मिनट हो जाएगी।
तत्काल टिकट के नए नियम:
➤ 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए OTP आधारित प्रमाणीकरण और आधार/सरकारी आईडी अनिवार्य होगा।
24 घंटे पहले चार्टिंग का पायलट प्रोजेक्ट:
बीकानेर डिवीजन में ट्रायल शुरू:
रेलवे 6 जून 2025 से बीकानेर में 24 घंटे पहले चार्टिंग के नियम का परीक्षण कर रहा है। यदि यह सफल रहा, तो इसे देशभर में लागू किया जा सकता है।
रिफंड नियमों पर असर:
कन्फर्म टिकट कैंसिल पर मौजूदा नियम:
➤ 48–12 घंटे पहले: 25% कटौती
➤ 12–4 घंटे पहले: 50% कटौती
➤ चार्ट बनने के बाद: कोई रिफंड नहीं
नया चार्टिंग समय लागू होने पर:
➤ कैंसिलेशन विंडो पहले हो सकती है, जिससे रिफंड का समय बढ़ सकता है।
बदलावों से यात्रियों को होने वाले लाभ:
- योजना बनाने में आसानी
- वेटिंग वालों को पहले जानकारी
- कोच में अनावश्यक भीड़ में कमी
- पारदर्शी टिकटिंग सिस्टम
नोट: 24 घंटे पहले चार्टिंग का नियम फिलहाल ट्रायल में है। 8 घंटे पहले चार्टिंग का नियम जल्द ही देशभर में लागू किया जाएगा।