युद्ध विराम: भारत-पाक के DGMO की हॉट लाइन पर हुई वार्ता, पाकिस्तान बोला- अब नहीं तोड़ेंगे सीजफायर

भारत-पाक DGMO राजीव घई और काशिफ अब्दुल्ला के बीच हुई बातचीत
पाकिस्तान द्वारा भारत से युद्ध विराम के लिए सहमति जताने के बाद दोनों देशों के डीजीएमओ ने सोमवार को पहली बार हॉटलाइन पर बात की। भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई पाकिस्तान के साथ सैन्य स्तर की इस वार्ता में शामिल हुए। दोनों ओर से गोलीबारी और हवाई हमले बंद होने के बाद हुई यह बातचीत काफी अहम मानी जा रही है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सफल जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान के हौसले पस्त हो गए थे। इस लड़ाई में बुरी तरह पिछड़ने के बाद पाकिस्तान ने भारत के समक्ष 10 मई को संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखा था, जिसे भारत ने अपनी शर्तों पर स्वीकार कर लिया। इसी विषय पर भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण चर्चा की। इसमें नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को लेकर चर्चा की गई।
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान ने कहा है कि अब वह इस टकराव को आगे नहीं बढ़ाएगा। पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन न करने की भी बात कही है। नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वर्ष 2021 में नए सिरे से हुए संघर्ष विराम समझौते पर भी भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हस्ताक्षर किए थे। नियंत्रण रेखा पर शांति बहाली और संबंधित मुद्दों पर दोनों देशों के डीजीएमओ हॉट-लाइन पर बात करते हैं।
जानकारी के मुताबिक, चर्चा में गोलाबारी रोकने को लेकर बनी सहमति और मौजूदा परिस्थितियों की समीक्षा की गई।
गत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों को अपना निशाना बनाया, जिसमें सौ से अधिक आतंकवादी मारे गए।
भारतीय सेना का कहना है कि उसने केवल आतंकवादी ठिकानों को अपना निशाना बनाया। सैन्य और नागरिक ठिकाने उनके निशाने पर नहीं थे, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का समर्थन करते हुए जवाबी हमला किया, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया।
इससे पहले, भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने नई दिल्ली में बताया कि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम किया, ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओं का तालमेल दर्शनीय रहा।
डीजीएमओ ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा 9 और 10 मई की रात को किए गए हवाई हमलों को भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणाली ने पूरी तरह विफल कर दिया। ये हमले हमारी एयर डिफेंस और वायुसेना के महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए थे, लेकिन हमारी पहले से तैयार बहु-स्तरीय वायु रक्षा प्रणाली के सामने पाकिस्तान की सारी कोशिशें नाकाम रहीं।